लखनऊ: जल निगम में काम कर रहे कर्मचारियों और पेंशनरों को महीनों से पेंशन न मिलने की बात सामने आई है. वेतन और पेंशन न मिलने से परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है. हालांकि केन्द्र की मोदी सरकार ने कोरोना काल में सरकारी और गैर सरकारी कम्पनियों को भुगतान न रोकने की बात कही थी. इस गम्भीर मामले पर उत्तर प्रदेश जल निगम समन्वय समिति ने पत्राचार के माध्यम से सरकार से भुगतान करने की मांग की.
पेंशन धारकों को 4 महीने से नहीं किया गया भुगतान
लखनऊ में जल निगम से सेवानिवृत्त हो चुके कर्मचारियों को पेंशन का भुगतान नहीं किया जा रहा है. जिसकी वजह से उन्हें गंभीर आर्थिक परेशानियों से जूझना पड़ रहा है. जल निगम समन्वय समिति के प्रवक्ता डीपी मिश्रा ने बताया कि कर्मचारियों की पेंशन को लेकर समस्या काफी समय से चली आ रही. रिटायर्ड कर्मचारियों को पिछले 4 महीनों से भुगतान नहीं किया गया है. बीमारियों और पारिवारिक खर्चों को लेकर उन्हें मानसिक पीड़ा की स्थिति से गुजरना पड़ रहा है.
पेंशन अंशदान जमा न होने से आ रही समस्याएं
जल निगम समन्वय समिति के प्रवक्ता डीपी मिश्रा ने बताया कि आज हमारे 13 हजार पेंशनर्स है और 10 हजार कर्मचारी काम कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि पेंशन अंशदान से ही काफी हद तक कर्मचारियों के वेतन और पेंशन का भुगतान किया जाता है, लेकिन जल निगम द्वारा कर्मचारियों की पेंशन का अंशदान ही नहीं जमा किया गया है. जिसकी वजह से रिटायर्ड कर्मचारियों को मानसिक और आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
बकाया पेंशन का भुगतान किया जाए
डीपी मिश्रा ने बताया कि अंशदान न जमा करने के कारण जल निगम की तरफ कर्मचारियों का करोड़ों रुपया बकाया है. उन्होंने बताया कि पुरानी पेंशन स्कीम के अंतर्गत रिटायर्ड कर्मचारियों का निगम की तरफ करीब 21 करोड़ रुपया बकाया है. मांग करते हुए उन्होंने कहा है कि शासन की तरफ से बकाया धनराशि को एक मुस्त जमा कराया जाए.
अपने पद से रिटायर्ड हो चुके योगेन्द्र ने बताया कि पिछले चार महीनों से पेंशन नहीं मिल रही है. पेंशनभोगियों को पारिवारिक खर्चे चलाने में काफी परेशानियां हो रही है. जल निगम को इस पर ध्यान देना चाहिए और बकाया पेंशन का भुगतान करे.
यूपी जल निगम के पेंशनभोगियों को महीनों से नहीं मिली पेंशन, परिवार चलाना मुश्किल
राजधानी लखनऊ के जल निगम में काम कर रहे कर्मचारियों को महीनों से पेंशन न मिलने का मामला सामने आया है. इस गम्भीर मामले पर उत्तर प्रदेश जल निगम समन्वय समिति ने पत्राचार के माध्यम से सरकार से भुगतान करने की मांग की.
लखनऊ: जल निगम में काम कर रहे कर्मचारियों और पेंशनरों को महीनों से पेंशन न मिलने की बात सामने आई है. वेतन और पेंशन न मिलने से परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है. हालांकि केन्द्र की मोदी सरकार ने कोरोना काल में सरकारी और गैर सरकारी कम्पनियों को भुगतान न रोकने की बात कही थी. इस गम्भीर मामले पर उत्तर प्रदेश जल निगम समन्वय समिति ने पत्राचार के माध्यम से सरकार से भुगतान करने की मांग की.
पेंशन धारकों को 4 महीने से नहीं किया गया भुगतान
लखनऊ में जल निगम से सेवानिवृत्त हो चुके कर्मचारियों को पेंशन का भुगतान नहीं किया जा रहा है. जिसकी वजह से उन्हें गंभीर आर्थिक परेशानियों से जूझना पड़ रहा है. जल निगम समन्वय समिति के प्रवक्ता डीपी मिश्रा ने बताया कि कर्मचारियों की पेंशन को लेकर समस्या काफी समय से चली आ रही. रिटायर्ड कर्मचारियों को पिछले 4 महीनों से भुगतान नहीं किया गया है. बीमारियों और पारिवारिक खर्चों को लेकर उन्हें मानसिक पीड़ा की स्थिति से गुजरना पड़ रहा है.
पेंशन अंशदान जमा न होने से आ रही समस्याएं
जल निगम समन्वय समिति के प्रवक्ता डीपी मिश्रा ने बताया कि आज हमारे 13 हजार पेंशनर्स है और 10 हजार कर्मचारी काम कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि पेंशन अंशदान से ही काफी हद तक कर्मचारियों के वेतन और पेंशन का भुगतान किया जाता है, लेकिन जल निगम द्वारा कर्मचारियों की पेंशन का अंशदान ही नहीं जमा किया गया है. जिसकी वजह से रिटायर्ड कर्मचारियों को मानसिक और आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
बकाया पेंशन का भुगतान किया जाए
डीपी मिश्रा ने बताया कि अंशदान न जमा करने के कारण जल निगम की तरफ कर्मचारियों का करोड़ों रुपया बकाया है. उन्होंने बताया कि पुरानी पेंशन स्कीम के अंतर्गत रिटायर्ड कर्मचारियों का निगम की तरफ करीब 21 करोड़ रुपया बकाया है. मांग करते हुए उन्होंने कहा है कि शासन की तरफ से बकाया धनराशि को एक मुस्त जमा कराया जाए.
अपने पद से रिटायर्ड हो चुके योगेन्द्र ने बताया कि पिछले चार महीनों से पेंशन नहीं मिल रही है. पेंशनभोगियों को पारिवारिक खर्चे चलाने में काफी परेशानियां हो रही है. जल निगम को इस पर ध्यान देना चाहिए और बकाया पेंशन का भुगतान करे.