अलीगढ़: फर्जी IPS और dig पिता-पुत्र को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. डीआईजी रेंज की नीली बत्ती की गाड़ी के साथ गिरफ्तार किया है. लोगों को आईपीएस अधिकारी बताकर शादी का झांसा देते थे. थाना बन्नादेवी पुलिस ने शक होने पर फर्जी आईपीएस अधिकारी अनुज चावला और उसके पिता राजेंद्र प्रसाद चावला को गिरफ्तार किया. एसपी क्राइम डॉ. अरविंद कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी.
दरअसल, थाना बन्नादेवी की पुलिस टीम चेकिंग कर रही थी. इसी दौरान एक संदिग्ध कार दिखाई दी, जब उसकी चेकिंग की गई तो कार संख्या यूपी 32NS5291 पर अनाधिकृत तरीके से पुलिस के डीआईजी रैंक के अधिकारी की प्लेट और उत्तर प्रदेश शासन का मोनोग्राम, गृह मंत्रालय नई दिल्ली के विभिन्न स्टीकर पास युक्त वाहन और एनआईए की तरफ से अनुचित तरीके से तैयार की गई जांच आख्या व वाकी टाकी गाड़ी से बरामद हुए हैं. गाड़ी में फर्जी आईपीएस अनुज चावला और उसके पिता राजेंद्र चावला जो कि 84-संगम विहार थाना- मानक नगर, जनपद लखनऊ के निवासी हैं, उनको गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि अनुज चावला ने बीए पास करके देहरादून से एलएलबी की पढ़ाई की है. अनुज चावला स्वयं को पुलिस विभाग में आईपीएस अधिकारी बताकर लोगों की नौकरी लगवाने और काम कराने के रुपये लेता था. अनूप चावला का साथ उसके पिता राजेंद्र प्रसाद चावला भी देते थे. फर्जी डीआईजी अनुज चावला के पिता राजेंद्र बीएचईएल कंपनी से रिटायर कर्मचारी हैं. वह भी अपने साथ के लोगों से कहते थे कि उसका बेटा आईपीएस है. कोई भी काम करा सकता है. इसके बाद लोग उनके झांसे में फंस जाते थे.
अनुज चावला खुद को आईपीएस अधिकारी बताकर शादी करने की बात कहकर लोगों को भी धोखे में रखकर उनसे संबंध बनाता था. अनुज चावला के कई लड़कियों से संपर्क होने और उनसे शादी तय होने के बाद संबंध बनाने और उसका टूटने की बात भी जानकारी में आई है. पुलिस ने दोनों ही पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस को इनके पास से एक इनोवा क्रिस्टा गाड़ी, एक टेबलेट, दो वाकी-टाकी और कुछ दस्तावेज भी बरामद हुए हैं. पुलिस अब इनको जेल भेजने की तैयारी कर रही है.