लखनऊ : बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अम्बेडकर के नाम पर हो रही राजनीति को लेकर कांग्रेस पर जोरदार प्रहार किया है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर मायावती ने पोस्ट किया कि बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के जीते जी व उनके देहान्त के बाद भी, करोड़ों शोषित-पीड़ित दलितों/बहुजनों के लिए उनके आत्म-सम्मान एवं स्वाभिमान के मानवतावादी संघर्ष का हर स्तर पर तिरस्कार करने वाली खासकर कांग्रेस पार्टी कभी भी इनकी सोच-नीतियों पर खरी व विश्वसनीय नहीं हो सकती.
बसपा प्रमुख ने कहा कि कांग्रेस के चुनावी स्वार्थ के तहत किए गए कार्यक्रमों से बाबा साहेब के अनुयायी बहकाने वाले नहीं हैं. वे जागरूक हैं और संघर्षरत हैं. साथ ही, उन्होंने दलबदलू दलित नेताओं से सावधान रहने की सलाह दी, जो केवल स्वार्थ सिद्धि के लिए बयानबाजी करते हैं और सामाजिक परिवर्तन के मूवमेंट से अनभिज्ञ हैं.
1. बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के जीतेजी व उनके देहान्त के बाद भी, करोड़ों शोषित-पीड़ित दलितों/बहुजनों के लिए उनके आत्म-सम्मान एवं स्वाभिमान के मानवतावादी संघर्ष का हर स्तर पर तिरस्कार करने वाली खासकर कांग्रेस पार्टी कभी भी इनकी सोच-नीतियों पर खरी व विश्वसनीय नहीं हो सकती।
— Mayawati (@Mayawati) February 18, 2025
बता दें कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने यह पोस्ट इसलिए किया है क्योंकि लगातार संविधान को लेकर देशभर में बहस छिड़ी हुई है. कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी सड़क से लेकर संसद तक संविधान की प्रति लेकर चलते हैं और बार-बार कहते हैं कि दलितों, पिछड़ों, गरीबों को उनका संवैधानिक हक दिला कर रहेंगे. संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अम्बेडकर के इस संविधान से कोई खिलवाड़ नहीं होने देंगे.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी मोदी सरकार पर संविधान का गला घोंटने का आरोप लगाते हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में तो कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी और सपा सांसद अखिलेश यादव ने यहां तक कह दिया था कि अगर भारतीय जनता पार्टी की 400 सीटें आईं तो वे संविधान ही बदल देंगे. इसका बड़ा असर भी हुआ था. बसपा सुप्रीमो मायावती लगातार अम्बेडकर पर हो रही राजनीति को लेकर चिंतित हैं, इसीलिए उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा है.
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