लखनऊ : प्रभारी अधिकारी कोविड-19 डॉ. रोशन जैकब ने रविवार को कोविड प्रबंधन, हॉस्पिटल एलोकेशन, पब्लिक व्यू पोर्टल पर बेड की स्थिति आदि के संबंध में समीक्षा बैठक को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने पोर्टल पर बेड का विवरण ना दर्ज करने वाले सहारा, टी.एस. मिश्रा, प्रसाद मेडिकल काॅलेज और लखनऊ हॉस्पिटल को तत्काल नोटिस जारी करने के निर्देश दिए.
तीन शिफ्ट में काम कर रहे हैं डॉक्टर और प्रशासनिक अधिकारी
इंट्रीग्रेटेड कोविड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर में हुई इस बैठक में प्रभारी अधिकारी ने कहा कि कमांड सेंटर में कोविड रोगियों को तत्काल भर्ती कराने के उद्देश्य से 3 शिफ्टों में डॉक्टरों और प्रशासनिक अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है. होम आइसोलेशन रोगियों के फॉलोअप, दवा वितरण एवं चिकित्सकीय परामर्श के लिए सीएचसी वार शिक्षकों और डॉक्टरों के विंग बनाए जा चुके हैं.
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सिविएरिटी के आधार पर हॉस्पिटल का आवंटन
डॉ. रोशन जैकब ने बताया कि होम आइसोलेशन से अलग करने के पश्चात कमांड सेंटर द्वारा हॉस्पिटल एलोकेशन, एमरजेंसी कॉल्स, पीजीआरएस और सीएचसी द्वारा किए जा रहे होम आइसोलेशन रोगियों के कार्यों का सत्यापन करने का कार्य किया जा रहा है.
रोगी के पॉजिटिव आने के पश्चात सीएचसी के शिक्षक और डॉक्टर विंग द्वारा रोगियों से बात की जाती है. यदि उनको हॉस्पिटल की आवश्यकता है तो उनकी सूची कमांड सेंटर को भेजी जाती है. यहां से डॉक्टरों द्वारा रोगी को उनके सिविएरिटी के आधार पर हॉस्पिटल का आवंटन किया जाता है.
3 दिन में भर्ती कराए गए 446 रोगी
प्रभारी अधिकारी ने बताया कि पिछले 3 दिनों में क्रमशः 6, 7, 8 मई को जिला प्रशासन और कमांड सेंटर के सहयोग से क्रमशः 147, 163 और 136 कुल 446 रोगियों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. कोविड रोगियों के लिए बेड की कोई कमी नहीं है. कमांड सेंटर द्वारा लगातार सिविएरिटी के आधार पर रोगियों को भर्ती कराया जा रहा है.
जनपद में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन युक्त बेड उपलब्ध हैं. प्रभारी अधिकारी ने डीएसओ पोर्टल पर उपलब्ध बेड दर्ज करने की प्रक्रिया की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि जो अस्पताल पोर्टल पर बेड खाली दिखाने के बाद भी मरीजों को भर्ती नहीं करेंगे तो उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाकर कार्रवाई की जाएगी.
डॉक्टर जैकब ने कहा कि डीएसओ पोर्टल पर दर्ज किए गए बेड की स्थिति ही संबंधित अस्पताल को ऑक्सीजन आवंटन का आधार होगी. जो भी हॉस्पिटल पोर्टल पर प्रतिदिन दो बार उपलब्ध-भरे हुए बेड की वास्तविक स्थिति दर्ज नहीं करेगा, उसके विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया जाएगा.