जौनपुरः कोरोना वैश्विक महामारी से पूरा विश्व परेशान है. अभी तक कोरोना वायरस के इलाज के लिए न तो कोई दवाएं उपलब्ध हैं. सभी देश अपने-अपने तरीके से इस वैश्विक महामारी को काबू करने के प्रयास में लगे हुए हैं. इन दिनों उत्तर प्रदेश में भी कोरोना के हालात अच्छे नहीं है. जनपद की राजधानी सबसे ज्यादा कोरोना वायरस से प्रभावित है तो वहीं इस बीमारी में अब आयुर्वेद विभाग सबसे कारगर साबित हो रहा है.
आयुष विभाग ने कोरोना वायरस के हल्के लक्षण वाले मरीजों के इलाज के लिए कुछ दवाएं बनाई हैं, जो काफी कारगर साबित हो रही है. जनपद में भी कोरोना के इलाज के लिए आयुष विभाग की आयुर्वेदिक दवाएं इन दिनों सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैं, जिनका कोरोना के 50 से ज्यादा मरीजों पर उपयोग किया जा चुका है. जिसका परिणाम भी काफी सफल रहा है.
कोरोना वायरस के इलाज में आयुष विभाग की तीन दवाएं इन दिनों सबसे ज्यादा कारगर साबित हो रही हैं. खासतौर से उन मरीजों के लिए जिनमें कोरोना वायरस के हल्के लक्षण शामिल हैं. ऐसे मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा जा रहा है. वहीं इन मरीजों पर आयुष विभाग की आयुष 64, अणु तेल और अगस्त्य हरीतकी सबसे ज्यादा प्रभावी दवाएं हैं. जनपद में इनका उपयोग अब खूब हो रहा है और इससे कोरोना के मरीजों को काफी फायदा भी हो रहा है.
जनपद में यह दवाएं इन दिनों आयुर्वेद विभाग के सभी अस्पतालों पर उपलब्ध हैं. वहीं अब तक इन दवाओं का उपयोग 50 से ज्यादा कोरोना वायरस के मरीजों ने किया है, जो काफी सफल रहा है. यह मरीज इन दवाओं के उपयोग से काफी संतुष्ट हैं. आयुर्वेद विभाग के चिकित्सक डॉ. विजेंद्र ने बताया कि कोरोना वायरस के हल्के लक्षणों वाले मरीजों में आयुष विभाग की तीन दवाओं का अच्छा प्रभाव है. यह दवाएं खूब उपयोग की जा रही हैं. इनका असर भी खूब देखा जा रहा है.