लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय की डीएसडब्ल्यू प्रोफेसर पूनम टंडन ने न्यू कैंपस और ओल्ड कैंपस में खुली डिस्पेंसरी को 4 घंटे खोलने का समय निर्धारित कर दिया है. इस दौरान यहां दो डॉक्टर शिफ्ट के अनुसार ड्यूटी करेंगे. दोनों कैंपस में अल्टरनेट एक दिन एलोपैथिक और एक दिन होम्योपैथिक डॉक्टर बैठेंगे.
विश्वविद्यालय के कई कर्मचारियों को हो चुका है कोरोना
विश्वविद्यालय के काफी कर्मचारी कोविड-19 की चपेट में आ चुके हैं, लेकिन विश्वविद्यालय कैंपस की डिस्पेंसरी में अभी तक किसी भी तरह की सुविधा नहीं दी जा रही थी. यहां न तो नियमित डॉक्टर की तैनाती थी और न ही इसके खुलने का समय निर्धारित था और न ही दवाओं की बेहतर व्यवस्था थी. इन समस्याओं को लेकर लखनऊ विश्वविद्यालय शिक्षक संघ ने भी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय को पत्र लिखा था.
डीएसडब्ल्यू प्रोफेसर पूनम टंडन ने जारी किया आदेश
पत्र लिखे जाने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने इसका संज्ञान लिया. इसी क्रम में डीएसडब्ल्यू प्रोफेसर पूनम टंडन ने शुक्रवार को एक आदेश जारी कर कहा कि पुराने और न्यू कैंपस स्थित डिस्पेंसरी सुबह 9 से दोपहर 1 बजे तक खुलेगी. दोनों कैंपस में अल्टरनेट एक-एक दिन एलोपैथिक और एक दिन होम्योपैथिक डॉक्टर बैठेंगे.
इसे भी पढ़ें- लखनऊ विश्वविद्यालय शिक्षक संघ ने कुलपति को लिखा पत्र
विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉक्टर विनोद कुमार सिंह ने कहा कि जल्द ही स्थिति सामान्य होने पर एक और डॉक्टर की तैनाती की जाएगी. स्टॉफ को नियमित समय से डिस्पेंसरी खोलने और दवाई देने के निर्देश दिए गए हैं. लखनऊ विश्वविद्यालय शिक्षक संघ ने इसके के साथ ही डिस्पेंसरी में दवाओं की बेहतर व्यवस्था करने और एक एंबुलेंस भी वर्तमान स्थिति को देखते हुए इससे अटैच करने की मांग की है. हालांकि विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि क्योंकि प्रॉक्टर कार्यालय 24 घंटे खुला रहता है इसलिए दोनों एंबुलेंस प्रॉक्टर कार्यालय से अटैच रहती हैं और आवश्यकतानुसार उसका प्रयोग किया जाता है.