अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर ने जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग के 100 बिस्तरों वाले मेटरनिटी सेंटर एण्ड चाइल्ड केयर (एमसीएच विंग) की आधारशिला रखी. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग दिशा-निर्देशों का पालन किया गया. कुलपति प्रो. तारिक मंसूर ने इस ऑनलाइन कॉन्फ्रेंस में कहा कि यह नया विंग उन सभी माताओं को समर्पित है, जिन्होंने प्रसव के दौरान अपने जीवन को खतरे में डाला है.
यह परियोजना विश्वविद्यालय में चल रही विभिन्न राष्ट्रीय व राज्य स्तरीय परियोजनाओं की एक कड़ी है. कुलपति ने कहा कि इस विंग की स्थापना से अलीगढ़ व आसपास के क्षेत्रों से आने वाले रोगियों को बहुत लाभ होगा. उन्होंने कहा कि कोविड-19 की महामारी के समय एएमयू के स्वास्थ्य कर्मियों और पैरामेडिकल स्टाफ ने शानदार तरीके से अपना कार्य किया है.
कोरोना वायरस संक्रमण के फैलाव को रोकने में अपना पूरा सहयोग दिया है. कुलपति ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी ने हमें एक अवसर प्रदान किया है कि हम चिकित्सा के प्रबन्धन को सहीं कर सकें. उन्होंने कहा है कि इस महामारी में भी अवसर मौजूद हैं. हमें इनकी पहचान करनी होगी और इसी के अनुसार अपनी रणनीति बनानी होगी.
नेशनल अरबन हेल्थ मिशन उत्तर प्रदेश की महाप्रबन्धक डॉ. स्वप्ना दास ने कहा कि एएमयू में समस्त राष्ट्रीय कार्यक्रमों के सफलतापूर्वक संचालन के लिये विश्वविद्यालय और मेडिकल कॉलेज को बधाई. उन्होंने आरआरटीसी, एमओसी, कैंसर स्क्रीनिंग के लिये प्रशिक्षण और आरबीएस का विशेष रूप से उल्लेख किया. मेडिकल कॉलेज के प्रिन्सिपल और सीएमएस प्रो. शाहिद अली सिद्दीकी और मेडिसिन फैकल्टी के कार्यवाहक डीन प्रो. एमयू रब्बानी ने स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग को बधाई देते हुए कहा कि इस परियोजना के पूर्ण होने से आसपास के रोगियों को बड़े स्तर पर लाभ होगा.
इससे पूर्व स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की अध्यक्ष प्रो. तमकीन खान ने अपने स्वागत भाषण में डॉ. स्वप्ना दास और अन्य अतिथियों का स्वागत करते हुए 28 करोड़ की इस प्रस्तावित परियोजना पर प्रकाश डाला और विभाग की उपलब्धियों को गिनाया.