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सुल्तानपुर: कलेक्ट्रेट के चकबंदी न्यायालय का गिरा छज्जा, जान बचाकर भागे फरियादी

सुल्तानपुर कलेक्ट्रेट परिसर के भवन का अधिकांश हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है.परिसर में कहीं झाड़-झंखाड़ उगी है तो कहीं छोटे पौधे. ऐसे में तड़के सुबह कार्य दिवस के दौरान भवन का छज्जा भर-भराकर गिर पड़ा. जिससे मौजूद सभी लोगों में अफरातफरी मच गई.

सुल्तानपुर कलेक्ट्रेट का गिरा छज्जा
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Published : Mar 23, 2019, 10:24 AM IST

सुल्तानपुर : सरकारी भवनों की सुरक्षा संरक्षण एवं मरम्मत की शुक्रवार को पोल खुल गई. अचानक चकबंदी न्यायालय के भवन का छज्जा भर-भराकर गिर गया. कार्य दिवस में छज्जा गिरने से अधिकारी मौके से भागने लगे और अधिवक्ताओं में अफरा-तफरी मच गई. हालांकि मामले में एक भी प्रशासनिक अधिकारी ने संज्ञान नहीं लिया. जिससे अधिकारी और अधिवक्ताओं में रोष व्याप्त है. बहरहाल इस मामले में प्रशासन ने संज्ञान लिया और जांच कर आवश्यक कार्यवाही करने का आश्वासन दिया और जल्द मरम्मत कार्य शुरू करने की बात कही.

सुल्तानपुर: कलेक्ट्रेट के चकबंदी न्यायालय का गिरा छज्जा भागे फरियादी

कलेक्ट्रेट में कई सरकारी भवन हैं. जिला अधिकारी भवन के बगल में स्थित चकबंदी न्यायालय के कई कक्ष है. जिसमें डीडीसी, उप संचालक चकबंदी समेंत कई अधिकारियों के न्यायालय संचालित होते हैं. रोजाना 200 से 300 मुकदमों की प्रत्येक कक्षा में सुनवाई होती है और इस दौरान अधिकारियों का मजमा लगा रहता है. पूरे दिन अधिवक्ताओं का आना-जाना लगा रहता है. प्रशासनिक व्यवस्था के मुताबिक इसकी पड़ताल समय-समय पर की जाती है और मरम्मत के साथ जांच पड़ताल करने के भी निर्देश हैं, लेकिन सब कुछ कागजी खानापूर्ति तक सिमटकर रह गया है.

एसडीएम सदर लाल जी राम कहते हैं कि मामले की जानकारी मिली है और उन्होंने नाजिर से पूरी रिपोर्ट मांगी है. जल्दी गृह छज्जे को दुरुस्त कराया जाएगा और खामियों में सुधार लाया जाएगा.

सुल्तानपुर : सरकारी भवनों की सुरक्षा संरक्षण एवं मरम्मत की शुक्रवार को पोल खुल गई. अचानक चकबंदी न्यायालय के भवन का छज्जा भर-भराकर गिर गया. कार्य दिवस में छज्जा गिरने से अधिकारी मौके से भागने लगे और अधिवक्ताओं में अफरा-तफरी मच गई. हालांकि मामले में एक भी प्रशासनिक अधिकारी ने संज्ञान नहीं लिया. जिससे अधिकारी और अधिवक्ताओं में रोष व्याप्त है. बहरहाल इस मामले में प्रशासन ने संज्ञान लिया और जांच कर आवश्यक कार्यवाही करने का आश्वासन दिया और जल्द मरम्मत कार्य शुरू करने की बात कही.

सुल्तानपुर: कलेक्ट्रेट के चकबंदी न्यायालय का गिरा छज्जा भागे फरियादी

कलेक्ट्रेट में कई सरकारी भवन हैं. जिला अधिकारी भवन के बगल में स्थित चकबंदी न्यायालय के कई कक्ष है. जिसमें डीडीसी, उप संचालक चकबंदी समेंत कई अधिकारियों के न्यायालय संचालित होते हैं. रोजाना 200 से 300 मुकदमों की प्रत्येक कक्षा में सुनवाई होती है और इस दौरान अधिकारियों का मजमा लगा रहता है. पूरे दिन अधिवक्ताओं का आना-जाना लगा रहता है. प्रशासनिक व्यवस्था के मुताबिक इसकी पड़ताल समय-समय पर की जाती है और मरम्मत के साथ जांच पड़ताल करने के भी निर्देश हैं, लेकिन सब कुछ कागजी खानापूर्ति तक सिमटकर रह गया है.

एसडीएम सदर लाल जी राम कहते हैं कि मामले की जानकारी मिली है और उन्होंने नाजिर से पूरी रिपोर्ट मांगी है. जल्दी गृह छज्जे को दुरुस्त कराया जाएगा और खामियों में सुधार लाया जाएगा.

Intro:शीर्षक : कलेक्ट्रेट के चकबंदी न्यायालय का गिरा छज्जा भागे फरियादी, हड़कंप।

सरकारी भवनों की सुरक्षा संरक्षण एवं मरम्मत की शुक्रवार को पोल खुल गई। अचानक चकबंदी न्यायालय के भवन का छज्जा भरभरा कर गया । कार्य दिवस में छज्जा गिरने से अधिकारी मौके से भागने लगे । अधिवक्ताओं में अफरा-तफरी मच गई। हालांकि प्रशासनिक अधिकारी एक भी मौके पर नहीं पहुंचे । जिससे अधिकारी और अधिवक्ताओं में रोष व्याप्त है । मामला शुक्रवार की दोपहर लगभग 2:00 बजे का है। पूरे मामले को प्रशासन ने खबरें चलने के बाद संज्ञान में लिया और जांच कर आवश्यक कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है । जल्द मरम्मत कार्य शुरू करने की बात कही जा रही है।


Body:कलेक्ट्रेट में कई सरकारी भवन है। जिला अधिकारी भवन के बगल में स्थित चकबंदी न्यायालय के कई कक्ष है। जिसमें डीडीसी, उप संचालक चकबंदी समेत कई अधिकारियों के न्यायालय संचालित होते हैं। रोजाना 200 से 300 मुकदमों की प्रत्येक कक्षा में सुनवाई होती है। इस दौरान अधिकारियों का मजमा लगा रहता है। आवागमन चलता ही रहता है । बड़ी संख्या में फरियादी पक्ष में भी मौजूद रहते हैं। अधिवक्ताओं का आना-जाना लगातार दिन भर बना रहता है । मुंशी समेत अन्य लोगों की भी क्षेत्र में हलचल होती है। प्रशासनिक व्यवस्था के मुताबिक इसकी पड़ताल समय-समय पर की जाती है और मरम्मत के साथ जांच पड़ताल करने के भी निर्देश हैं। लेकिन सब कुछ कागजी खानापूर्ति हो रहा है। कहीं पर भी कुछ धरातल पर नहीं उतर पा रहा है। इसकी तस्वीर शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में देखने को मिली।


Conclusion:बाइट : एसडीएम सदर लाल जी राम कहते हैं कि मामले की जानकारी मिली है। उन्होंने नाजिर से पूरी रिपोर्ट मांगी है। जल्दी गृह छज्जे को दुरुस्त कराया जाएगा। खामियों को सुधार लाया जाएगा।



बाइट : अधिवक्ता आशीष श्रीवास्तव कहते हैं कि प्रशासनिक उपेक्षा की वजह से यह सजा गिरा है । स्थिति ठीक नहीं कि कोई अधिकारी इस में जख्मी नहीं हुआ है। यह बेहद चिंतनीय और निंदनीय है। सरकारी इमारतों की बेहतर ढंग से मरम्मत कराई जानी चाहिए।


वॉइस ओवर : कलेक्ट्रेट परिसर के भवन अधिकांश क्षति ग्रस्त हैं। कहीं झाड़ झंकार उड़ी हुई है । तो कहीं भवन पर पेड़ निकले हुए हैं । लेकिन प्रशासन है कि इस पूरे प्रकरण से संवेदनहीन बना हुआ है ।


आशुतोष मिश्रा 94150 49 256
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