सुलतानपुर: जिले में हत्या, लूट, बलात्कार और चोरी की घटनाओं की जांच पड़ताल और ला एंड आर्डर के लिए जिम्मेदार मित्र पुलिस अब आतंकवाद और मनी लॉन्ड्रिंग के अपराध को चंद मिनटों में पकड़ सकेगी. साइबर क्राइम और कंप्यूटर सिक्योरिटी विषय पर आयोजित कार्यशाला में जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने हिस्सा लिया. नागरिकों को सुरक्षित करने और राष्ट्रहित के जज्बे को मजबूती देने की मंशा से पुलिस अफसरों ने विशेषज्ञों से गुरु मंत्र लिए. कमला नेहरू तकनीकी संस्थान में आयोजित कार्यशाला में विशेषज्ञों ने इसके गुर सिखाए.
- साइबर क्राइम और कंप्यूटर सिक्योरिटी विषय पर आयोजित कार्यशाला में जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने हिस्सा लिया
- पांचवें दिन की कार्यशाला में विशेषज्ञों ने आतंकवाद और मनी लांड्रिंग जैसे अपराधों से निपटने के गुर सिखाए.
- थानाध्यक्षों ने बारीकी से तकनीकी ज्ञान लिया और अपराधों पर प्रभावी अंकुश लगाने के बारे में जानकारी हासिल की.
नेशनल थर्मल पावर कारपोरेशन के डिप्टी जनरल मैनेजर डॉ. मनीष श्रीवास्तव कहते हैं कि मनी लांड्रिंग और आतंकवाद को पुलिस समझे और एक्ट करें. इस क्रिप्टोग्राफी से संबंधित ज्ञान को पुलिस ने प्राप्त किया है. जम्मू कश्मीर में जो चुनौतियां हैं, वह सुलतानपुर में नहीं हैं. सुलतानपुर की चुनौतियों का सामना करने के लिए पुलिस को उस हिसाब से दक्ष होना होगा.
फॉरेंसिक सिक्योरिटी एडवाइजर टीम के विशेषज्ञ राहुल मिश्र ने बताया कि साइबर क्राइम का स्वरूप निरंतर बदलता रहता है. आज जो साइबर क्राइम का चेहरा है वह कल बदल सकता है. इसलिए पुलिस को नियमित ट्रेनिंग और तकनीकी दक्षता की जरूरत है. फिलहाल जो साइबरक्राइम डिटेक्ट हो रहे हैं . उसमें एटीएम से जुड़े मामले अधिक है. जिसमें एटीएम की हेराफेरी का डिटेल लिया जाना संबंधित अपराध शामिल है. ओटीपी के जरिए ऑनलाइन शॉपिंग जैसे मामलों में तत्काल रिपोर्ट हो और फौरी कार्रवाई हो जिससे उनको पैसा मिल सके.
साइबर क्राइम से कैसे बचा जाए. कैसे अपराधों की विवेचना पर तत्काल कदम उठाया जाए और पीड़ित को न्याय दिलाया जाए. इसी के लिए प्रशिक्षण आयोजित किया गया है.
-शिवराज , पुलिस अधीक्षक ग्रामीण