सुलतानपुर: घर की गृहस्थी तक सीमित रहने वाली महिलाओं को आर्थिक आजादी देने के लिए विकास विभाग ने नई पहल शुरू की है. अति निर्धन परिवार के स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को पट्टा भूमि के लिए आवंटित किया जाएगा, जिस पर मेहंदी और नींबू के वैज्ञानिक ढंग से पौधे लगाए जाएंगे. मेहंदी की पैकिंग और नींबू की पैकिंग कर उन्हें निजी व्यापार मुहैया कराने की पहल से जोड़ा जाएगा. प्रत्येक ग्राम पंचायतों में यह कवायद शुरू की जा रही है.
जिला उद्यान अधिकारी रणविजय सिंह ने बताया कि निर्धन लोगों के लिए भूमि का चयन किया जा रहा है. स्वयं सहायता समूह के लोगों के नाम पर भूमि का पट्टा किया जाएगा. इसके बाद नींबू और मेहंदी की खेती के लिए उन्हें संसाधन मुहैया कराए जाएंगे. हर संभव वैज्ञानिक खेती के लिए मदद करने का प्रयास किया जा रहा है.
मुख्य विकास अधिकारी अतुल वत्स ने कहा कि जब तक महिलाओं को आर्थिक स्वतंत्रता नहीं मिलती है, तब तक राजनीतिक स्वतंत्रता का कोई मतलब नहीं होता है. नींबू और मेहंदी की क्रॉप फसल तैयार करने की पहल जिलाधिकारी के सहयोग से शुरू की जा रही है. स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को इसका हिस्सा बनाया जाएगा. रोजगार परक बनाने की दिशा में यह कार्य किया जा रहा है. इन्हें अपने पैर पर खड़ा करने के लिए क्रॉप कराने का प्रयास किया जा रहा है.
इसे भी पढ़ें- कोरोना में गई नौकरी तो यूट्यूब से सीखकर गांव में शुरू कर दी पपीता की खेती