सुलतानपुर: जिले में नगर पालिका प्रशासन ने कार्यालय के अंदर लगे वाटर कूलर में ताला लगा दिया है, जिससे फरियादी और कर्मचारी प्यासे तड़पने को मजबूर हैं. प्यास बुझाने के लिए लोग जब वाटर कूलर के पास जाते हैं तो ताला लगा देखकर वापस आ जाते हैं. लोगों का कहना है कि अगर ताला खुल जाए तो इस भीषण गर्मी में वह प्यासे न रहें.
जानें क्या है मामला
- उत्तर प्रदेश में गर्मी चरम सीमा पर है. गर्मी से आमजन से लेकर पशु-पक्षी तक परेशान हैं.
- एक तरफ जहां लोग भीषण गर्मी में कोई प्यासा न रहे इसके लिए जगह-जगह प्याऊ लगवाते हैं. वहीं सुलतानपुर जिले की नगर पालिका में लगे वाटर कूलर को ताले में बंद कर दिया गया है.
- वाटर कूलर के ताले में बंद होने की वजह से पालिका के कर्मचारी और फरियादी प्यासे रहने को मजबूर हैं.
- लोग तब वाटर कूलर के पास जाते हैं तो ताला बंद देखकर उनका गला और सूख जाता है.
- लोगों का कहना है कि अगर ताला खुल जाए तो वह लोग कम से कम प्यासे तो न रहें.
पूर्व चेयरमैन ने लगावाया था यह वाटर कूलर
- नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन प्रवीण अग्रवाल की मौजूदगी में वाटर कूलर लगाया गया था.
- इसका उद्देश्य पालिका कर्मचारियों, फरियादियों और यहां से गुजरने वाले नागरिकों को शुद्ध और ठंडा पानी मुहैया कराना था.
- वहीं नगर पालिका प्रशासन ने वाटर कूलर में ताला बंद करके पानी पर पहरा लगा दिया है, जिससे किसी भी प्यासे को पानी न मिल सके.
- नगर पालिका की तरफ से गर्मी से पहले पेयजल की व्यवस्था जिले के प्रमुख चौराहों पर की जाती है.
- हालांकि जिले के सभी प्रमुख चौराहों पर इसकी अनुपस्थिति देखने को मिल रही है.
यह बेहद ही निंदनीय कृत्य है. वाटर कूलर में जिसने भी ताला लगवाया है, उसने गलत काम किया है. मामला संज्ञान में आते ही वाटर कूलर में लगे ताले को खुलवा दिया गया है. गर्मी में पेयजल की सबको आवश्यकता होती है. पानी पिलाना पुण्य का काम है.
-रविंद्र कुमार, अधिशाषी अधिकारी, नगर पालिका