सुलतानपुर: स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण के मानक से आगे बढ़ते हुए महिलाओं ने सामुदायिक शौचालय में वॉश बेसिन निर्माण कराएं हैं. प्रोत्साहन धनराशि का सदुपयोग करते हुए 3000 की अतिरिक्त धनराशि मिलाते हुए शौचालय को नया स्वरूप प्रदान किया है. विकास विभाग के अफसर गदगद हैं. उन्होंने इसे प्रोत्साहन धनराशि का बेहतर उपयोग करने वाला ग्राम ठहराया है.
ग्राम प्रधान से ग्रामीणों ने मिलाया हाथ
स्थानीय ग्राम प्रधान से ग्रामीणों ने हाथ मिलाते हुए स्वच्छ भारत मिशन को सफल बनाने का आह्वान किया. इसके तहत कूरेभार विकासखंड के नाने मऊ ग्राम पंचायत में महिलाएं आगे आई हैं और उन्होंने शौचालय की पुताई अपने निजी मद से कराया है. इतना ही नहीं शौचालय में अतिरिक्त वॉश बेसिन लगवाई गई है, जिससे शौचालय के बाद लोगों को हाथ धोने में सहूलियत रहे और स्वच्छ भारत मिशन को उसकी सफलता तक पहुंचाया जा सके. कराए गए कार्य से विकास विभाग के अफसर काफी उत्साहित और प्रेरित हुए हैं.
ग्राम प्रधान रमेश चंद्र शर्मा का कहना है कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण के लिए 12000 रुपये मिलता है. हमारे यहां की महिलाओं ने दो से 3000 रुपये खर्च करके शौचालय निर्माण में सहयोग प्रदान किया है. लगभग 14 से 15000 एक शौचालय निर्माण में खर्च आता है.
ग्रामीण महिला सरोजिनी कहती हैं कि हमारे शौचालय में टंकी बनी है. सब कुछ सारी व्यवस्थाएं मौजूद हैं. प्रधान की तरफ से बहुत अच्छे शौचालय बनाए गए हैं, जिसमें हमने सहयोग किया है. लीलावती कहती हैं कि हमारे पूरे गांव में शौचालय बने हुए हैं और महिला हो या पुरुष सभी शौचालय में ही जाते हैं.
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छात्रा आकांक्षा कहती हैं कि हमारे पूरे गांव में शौचालय सबके घर बने हुए हैं. प्रधान की तरफ से बनवाए गए हैं और सभी लोग शौचालय का शत-प्रतिशत उपयोग करते हैं. ग्रहणी सरिता कहती हैं कि हम लोगों का पूरा परिवार बने शौचालय में शौच को जाता हैं.
कूरेभार ग्राम पंचायत के नानेमऊ गांव में शौचालय इतने बेहतरीन बनाए गए हैं कि लोगों ने भी प्रोत्साहन धनराशि में पैसा मिला कर निर्माण कार्य में सहयोग किया है. देखने में इतने आकर्षक हैं और उनकी पुताई ग्रामीणों की तरफ से कराई गई है. ग्रामीणों ने अपनी तरफ से वॉश बेसिन बनवाई है हाथ धोने के लिए और टाइल्स भी लगवाई गई है. यह प्रोत्साहन राशि का सही मायने में उपयोग है. स्वच्छ भारत मिशन के उद्देश्य को सफल बनाने का प्रयास करते हुए उसे चरितार्थ किया गया है.
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