सुलतानपुर: जब नागरिक, व्यवसाई और सामान्य लोग लॉकडाउन का उल्लंघन करते हैं, तो तत्काल पुलिस एफआईआर दर्ज करती है. लेकिन जब वही काम योगी सरकार के अफसर करते हैं, तो खाकी जैसे आंखें बंद कर लेती है. मामला जिला खाद्य एवं विपणन विभाग के गोदाम का है, जहां पर खुलेआम सैकड़ों कोटेदार एकत्र हुए और उनका संबोधन हुआ. इसी के साथ शासन के आदेश का मखौल भी उड़ा.
दरअसल, जिला खाद एवं रसद विभाग की गोदामों से प्रत्येक माह राशन का उठान होता है, जो पात्र गृहस्थी और अंत्योदय परिवारों के बीच वितरित किया जाता है. प्रत्येक माह पात्र गृहस्थी और अंत्योदय योजना में निकासी चल रही है, लेकिन सरकारी तंत्र के पास बोरियों की कमी है. इसे पूरा करने के लिए कोटेदारों से बोरियां देने के निर्देश दिए गए हैं. इसी बाबत जिला पूर्ति अधिकारी की तरफ से मीटिंग बुलाई गई थी. गुरुवार को बुलाई गई मीटिंग में लगभग 100 कोटेदार एकत्र हुए. खुलेआम लॉकडाउन का उल्लंघन हुआ, लेकिन प्रशासनिक और पुलिस के अधिकारी मामले में कार्रवाई के बजाय आंखें बंद किए हुए हैं.
क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी अखिलेश कुमार ने बताया कि खाद्यान्न वितरण के बाद जो बोरियां बची हुई थीं, उसे हर केंद्र पर जमा कराने की तैयारी की जा रही है. इस बाबत कोटेदारों को दिशा-निर्देश दिए गए हैं. दुबेपुर ब्लॉक और नगर पालिका क्षेत्र सुलतानपुर के उचित दर विक्रेताओं को यहां एकत्रित किया गया है. वहीं कोटेदारों को संबोधित करते हुए जिला पूर्ति अधिकारी अभय सिंह ने कहा कि जो ट्राली अनाज लेकर जाएगी, वही दुकानों से अनाज लेकर आएगी. अगर आपको राशन कम मिलता है, तो इसकी शिकायत जिला पूर्ति अधिकारी या क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी से करें. तत्काल समस्या का समाधान कराया जाएगा.
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