सुलतानपुरः सरकार का कहना है कि छात्र-छात्राएं राष्ट्र का भविष्य हैं. इनके उत्थान के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है, लेकिन आर्थिक तंगी से जूझ रही यह प्रतिभाएं छात्रवृत्ति के लिए समाज कल्याण विभाग और कॉलेज के बीच भटक रही हैं. इन्हें अधिकारियों के पास फटकार मिल रही है और कॉलेज कर्मचारी इन्हें लौटा रहे हैं.
मामला डिग्री कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं से जुड़ा हुआ है. इसमें बीए, बीएससी, बीकॉम, बीटीसी, B.ed और अन्य प्रोफेशनल कोर्स करने वाले छात्र-छात्राएं शामिल हैं. आर्थिक तंगी से जूझ रहे इन छात्रों का आरोप है कि सरकार की तरफ से छात्रवृत्ति देने की व्यवस्था है, लेकिन न इन्हें फॉर्म दिया जाता है और न ही इन्हें सही विधि बताई जाती है.
गणपत सहाय महाविद्यालय की छात्रा रश्मि सिंह कहती हैं कि अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्रों को छात्रवृत्ति दी जा रही है और हमें नहीं दिया जा रहा है. छात्रा ने कहा कि न तो प्रथम सेमेस्टर में वजीफा मिला और न ही दूसरे सेमेस्टर में. ऐसे में हम क्या करें.
इसे भी पढ़ें-सुलतानपुर: रंगदारी नहीं मिलने पर अराजक तत्वों ने व्यवसाई को पीटा
वहीं छात्रा निहारिका का कहना है कि जनरल कैटगरी के छात्र उपेक्षित हैं. कॉलेज में जाइए तो कहते हैं विकास भवन जाइए और विकास भवन में आने पर कहते हैं कि आप लोग फेल हो चुकी हैं. आपको वजीफा नहीं दिया जा सकेगा. यहां तक कि फार्म भी नहीं दिया था और न ही कोई जानकारी दी जाती है.
जिला समाज कल्याण अधिकारी रणविजय सिंह कहते हैं कि 20 तारीख तक लॉगइन क्लोज कर दी गई. जो छात्र फेल हो चुके हैं, उन्हें वजीफा नहीं मिल पाएगा. जो संदेहास्पद डाटा है, उसमें कॉलेज और विद्यार्थी की मार्कशीट के आधार पर कार्रवाई की गई. जिनमें प्रमाण नहीं मिल पाया है, उनकी पात्रता निरस्त कर दी गई है.
इसे भी पढ़ें-सुलतानपुर: जनप्रतिनिधि जंगलों में बांट रहे पट्टा, डीएम ने दिए जांच के निर्देश