सुलतानपुरः जिला चिकित्सा महाविद्यालय की ओपीडी में तीन लोगों की मौत के मामले को लेकर सपा विधायक मोहम्मद ताहिर ने सूबे के स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक पर जमकर निशाना साधा. सपा विधायक ने कहा कि सदन में आकर डिप्टी सीएम ने बेहतर स्वास्थ्य सेवा का दावा किया था. लेकिन, पिछले 10 दिन के भीतर ही डॉक्टर को दिखाने आए तीन मरीजों की मौत हो गई. गंभीर हालत में आए मरीजों की ओपीडी में मौत होना बेहद दुखद है. सपा नेता ने चिकित्सा महाविद्यालय में बिना पैनल के जूनियर और सीनियर डॉक्टरों की नियुक्ति पर भी गंभीर आरोप लगाए.
स्ववित्तपोषित चिकित्सा महाविद्यालय की ओपीडी में मौत के प्रकरण को लेकर सपा विधायक और पूर्व सांसद ताहिर खां ने कहा कि जूनियर और सीनियर चिकित्सकों की भर्ती केवल प्राचार्य की तरफ से किया जाना आश्चर्यजनक है. उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों की गैरमौजूदगी और चिकित्सकों का पैनल नहीं होने पर भी हैरानी जतायी. मंगलवार को राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक को घेरते हुए इस पूरे मामले में उन्होंने स्वास्थ्य विभाग से जवाब मांगा.
वहीं, ओपीडी में हुई मौतों को लेकर सपा विधायक ने कहा कि सरकार की मंशा है कि गरीब नागरिकों के साथ अन्याय हो. अभी तक सुलतानपुर जिला अस्पताल की ओपीडी में तीन लोगों की मौत हो चुकी है. ऐसे में सामान्य नागरिकों को स्वास्थ्य सुविधा की व्यवस्था पर सवाल उठना लाजमी है. प्रकरण में दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए. ओपीडी में यदि कोई मरीज गंभीर है, तो उसे तत्काल भर्ती कर उसका समुचित इलाज किया जाना चाहिए.
अधिकतर मामलों में मरीजों को रेफर करने को लेकर ताहिर खां ने कहा कि सदन में स्वास्थ्य मंत्री ने वादा किया था कि गंभीर स्थिति में ही मरीजों को जिला अस्पताल से रेफर करने की व्यवस्था होगी. लेकिन, यहां के चिकित्सक अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते हुए मरीजों को तुरंत रेफर कर देते हैं. ओपीडी में मौत होना बहुत ही गंभीर मामला है. उन्होंने कहा कि डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सदन में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का दावा किया था.
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