सुलतानपुर: रावण वध के बाद पवित्र स्थल धोपाप में स्नान कर जहां भगवान राम ने अपने ब्रह्म हत्या का दोष धोया था, इसके साथ ही जहां राम भक्त हनुमान ने संजीवनी लाते समय कालनेमि राक्षस का वध किया था, वहां की मिट्टी अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर बनने वाले भव्य मंदिर का आधार बनेगी. इसी उद्देश्य से विश्व हिंदू परिषद ने 41 तीर्थ स्थानों की मिट्टी में सुलतानपुर की मिट्टी को भी शामिल किया है. मिट्टी का जिला मुख्यालय पर पुष्प वर्षा के साथ स्वागत किया गया.
तीर्थराज प्रयाग, विंध्याचल धाम समेत 41 तपोभूमि भूमि की मिट्टियां विश्व हिंदू परिषद की तरफ से एकत्र की गई हैं. काशी प्रांत के संगठन मंत्री मुकेश की अगवानी में कार्यकर्ता और पदाधिकारी यात्रा लेकर सुलतानपुर पहुंचे, जिसके बाद शुक्रवार को शहर के डाकघर चौराहे पर स्वागत समारोह कार्यक्रम हुआ. इस दौरान सोशल डिस्टेंस के हिसाब से 41 तीर्थ स्थानों की लाई गई मिट्टी का पूजन-अर्चन किया गया. इस दौरान काफिले पर पुष्प वर्षा करने के साथ ही 'जय श्री राम' के गगनभेदी नारे भी लगाए गए.
जिला अध्यक्ष नागेंद्र सिंह की मौजूदगी में क्रमवार मिट्टी को प्रणाम करने वालों का तांता लगा रहा. इस मौके पर संतोष सिंह, संजय तिवारी ,बबलू सिंह, आशीष श्रीवास्तव समेत तमाम श्रद्धालु उपस्थित रहे.
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देश की सभी प्रमुख नदियों के जल, पौराणिक और तीर्थ स्थलों की मिट्टी लेकर अयोध्या की ओर हम जा रहे हैं. माननीय प्रधानमंत्री के आह्नान पर तीर्थराज प्रयाग, विंध्याचल, बाबा विश्वनाथ के स्थान का जल और चरण रज एकत्र किया गया है. सुलतानपुर में पौराणिक स्थल धोपाप, विजेथुआ महावीरन और सीताकुंड घाट का जल और रज श्रीरामजन्म भूमि पर बनने वाले मंदिर के लिए पहुंचाया जा रहा है.
-मुकेश, संगठन मंत्री, काशी प्रांत, विश्व हिंदू परिषद