सुलतानपुर : श्रीराम सेना आर्यावर्त कुशभवनपुर ने देवी-देवताओं के अपमान और कार्यक्रमों में अश्लीलता के खिलाफ आवाज उठाई है. सोमवार को कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने प्रदर्शन किया. इसके बाद जिलाधिकारी जसजीत कौर को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की है. डीएम के जरिए मुख्यमंत्री से भी मामले में संज्ञान लेने की अपील की गई है.
श्रीराम सेना आर्यावर्त कुशभवनपुर की तरफ से महिला व पुरुष कार्यकर्ता सड़क पर उतरे. जिलाधिकारी कार्यालय के सामने गुस्से का इजहार करते हुए डीएम जसजीत कौर को मांग पत्र सौंपा. यह मांग पत्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजने की मांग की गई है. जागरण और झांकी के नाम पर सार्वजनिक मंच से सनातन धर्म का मजाक उड़ाए जाने का विरोध जताया गया. श्रीराम सेना के कार्यकर्ता शिवकुमार समेत अन्य का कहना है कि महिलाएं कार्यक्रमों में कम कपड़ों में नजर आती हैं. भगवान और मां भगवती की छवि का मजाक उड़ाया जाता है. इस पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जानी चाहिए.
ऐसे कार्यक्रम और पारिवारिक आयोजनों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगनी चाहिए. इसके अलावा शादी-विवाह के अवसरों पर वेटर के तौर पर महिलाएं छोटे कपड़ों में नजर आती हैं. पदाधिकारियों ने कहा कि प्लेट देना, भोजन देने का काम ऐसे कपड़ों में करना ठीक नहीं है. ऐसे कार्यक्रमों में शामिल होने वाली महिलाएं असहज महसूस करती हैं. ऐसे मामलों में मैरिज हॉल संचालकों पर भी कार्रवाई की जानी चाहिए.
अध्यक्ष कौशलेंद्र प्रताप सिंह की तरफ से दिए गए ज्ञापन में कानून बनाकर संस्कृति का मजाक उड़ाने वालों पर कार्रवाई की मांग की गई. पदाधिकारियों ने बताया कि आजकल धार्मिक आयोजनों में निकलने वाली शोभायात्राओं में भी अश्लीलता फैलाई जा रहीं हैं. मंडल अध्यक्ष श्रीराम सेना रंजना हिंदुस्तानी ने बताया कि भगवान की रासलीला का चित्रण गलत तरीके से किया जा रहा है. इससे युवाओं की मानसिकता भ्रमित हो रही है. इस पर तत्काल रोक लगाए जाने की जरूरत है.
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