सुलतानपुर: सरकारी जिला अस्पताल में इलाज के बजाय गंभीर मरीजों को लखनऊ रेफर किए जाने को लेकर समाजवादी पार्टी के अन्य पिछड़ा वर्ग ने बुधवार को मुद्दा बनाया. जिलाधिकारी कार्यालय के सामने रोड पर बैठकर सपाइयों ने प्रदर्शन किया. इस दौरान सपाइयों ने मछली मंडी के लिए उपयुक्त स्थान दिए जाने और बाद कारोबारियों के लिए कारोबार स्थल पर सुविधाएं दिए जाने की मांग उठाई.
प्रदर्शनकारी पहुंचे कलेक्ट्रेट
समाजवादी अन्य पिछड़ा वर्ग के पदाधिकारी व कार्यकर्ता कार्यालय पर एकत्र हुए, जहां पर बुधवार के प्रदर्शन की रणनीति बनाई गई. इस दौरान अध्यक्ष व मंत्री के नेतृत्व में कार्यकर्ता साइकिल से निकले. सड़क पर बैनर पोस्टर के साथ प्रदर्शन करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे.
रेफर सेंटर बने सरकारी अस्पताल
सपा नेता जमीरउद्दीन हाशमी ने बताया कि हम लोगों ने समस्याओं को लेकर पहले भी ज्ञापन दिया था, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. जिले के सरकारी अस्पताल रेफर सेंटर बन गए हैं. यहां आने वाले मरीजों का इलाज किए बिना ही उन्हें लखनऊ भेज दिया जाता है. महिला वार्ड में भी समस्या है. यह जिले की सबसे बड़ी समस्या बन गया है.
सूचना पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारी
सपाइयों की तरफ से प्रदर्शन और नारेबाजी के बीच प्रशासनिक अधिकारी सक्रिय हो गए. इस बीच प्रशासनिक अधिकारी को सूचना दी गई और वे मौके पर ज्ञापन लेने पहुंचे. सपाइयों ने ज्ञापन पढ़कर सुनाया और समस्याओं के निस्तारण की मांग उठाई.
सपा सरकार की योजनाओं की उपेक्षा
वरिष्ठ नेता जमीरउद्दीन हाशमी कहते हैं कि सपा कार्यकाल में बाधमंडी बनाकर तैयार की गई थी. 4 साल बीत चुके हैं, अभी तक बाद मंडी को शुरू नहीं किया जा सका है. हमारी मांग है कि इसे जल्द से जल्द मछुआ समुदाय के रोजगार के लिए शुरू कराया जाए. मछली मंडी के लिए उपयुक्त स्थान दिया जाए, जिससे इन कारोबारियों को काम करने में सहूलियत मिल सके.