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सुल्तानपुर जिला कारागार में बंदी की मौत, परिजनों ने किया हंगामा - जिला सत्र न्यायालय सुल्तानपुर

अमेठी में हत्या के मामले में सुल्तानपुर की जेल में बंद चल रहे विचाराधीन बंदी की संदिग्ध परिस्थितियों में जिला कारागार में मौत हो गई. बंदी सात नंबर बैरक में बद था. वहीं प्रशासन इस घटना को फांसी लगाने की बात कह रहा है.

सुल्तानपुर जिला कारागार में बंदी की मौत
सुल्तानपुर जिला कारागार में बंदी की मौत
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Published : Jun 2, 2021, 10:03 PM IST

सुल्तानपुर: अमेठी में हत्या के मामले में बंद चल रहे विचाराधीन बंदी की संदिग्ध परिस्थितियों में जिला कारागार के सात नंबर बैरक में मौत हो गई. अफसर इसे फांसी लगाए जाने की घटना से जोड़ रहे हैं. परिजनों को जब मामला पता चला तो वह जिला कारागार के बाहर पहुंचे और गुस्से का इजहार करने लगे. जिसके बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और समझा-बुझाकर शांत कराया.


पूरा मामला अमेठी जिले के कोतवाली क्षेत्र से जुड़ा हुआ है. जहां स्थानीय निवासी राहुल सिंह नाम के युवक की हत्या 30 अप्रैल को कर दी गई थी. मामले में स्थानीय अमेठी थाना क्षेत्र के विपिन यादव समेत कई के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया था. पुलिस की गिरफ्तारी के डर से विपिन चंडीगढ़ फरार हो गया था. लेकिन जब पुलिस परिजनों को लगातार थाने पर बैठाने लगी और दबिश देने लगी तो मजबूरी में उसने सरेंडर करना पड़ा.

बीते 23 मई को उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजने का आदेश जिला सत्र न्यायालय सुल्तानपुर से दिया गया. मामले में बंदी विपिन बैरक नंबर सात में रखा गया था, जहां पर उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. वहीं प्रशासन इस घटना को फांसी लगाने की बात कह रहा है. साथ ही परिजनों के सामने पंचनामा की कार्रवाई की गई है. जांच कर विधिक कार्रवाई की जा रही है.

सुल्तानपुर: अमेठी में हत्या के मामले में बंद चल रहे विचाराधीन बंदी की संदिग्ध परिस्थितियों में जिला कारागार के सात नंबर बैरक में मौत हो गई. अफसर इसे फांसी लगाए जाने की घटना से जोड़ रहे हैं. परिजनों को जब मामला पता चला तो वह जिला कारागार के बाहर पहुंचे और गुस्से का इजहार करने लगे. जिसके बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और समझा-बुझाकर शांत कराया.


पूरा मामला अमेठी जिले के कोतवाली क्षेत्र से जुड़ा हुआ है. जहां स्थानीय निवासी राहुल सिंह नाम के युवक की हत्या 30 अप्रैल को कर दी गई थी. मामले में स्थानीय अमेठी थाना क्षेत्र के विपिन यादव समेत कई के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया था. पुलिस की गिरफ्तारी के डर से विपिन चंडीगढ़ फरार हो गया था. लेकिन जब पुलिस परिजनों को लगातार थाने पर बैठाने लगी और दबिश देने लगी तो मजबूरी में उसने सरेंडर करना पड़ा.

बीते 23 मई को उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजने का आदेश जिला सत्र न्यायालय सुल्तानपुर से दिया गया. मामले में बंदी विपिन बैरक नंबर सात में रखा गया था, जहां पर उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. वहीं प्रशासन इस घटना को फांसी लगाने की बात कह रहा है. साथ ही परिजनों के सामने पंचनामा की कार्रवाई की गई है. जांच कर विधिक कार्रवाई की जा रही है.

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