सुलतानपुर: जनपद में सांसद मेनका गांधी मंगलवार को पहुंची. इस दौरान वन महोत्सव का पुलिस ट्रेनिंग परिसर में शुभारंभ करते हुए मेनका गांधी ने भारत में मांस खाने और कारोबार को बंद करने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि यदि आपको पर्यावरण चाहिए तो मांस खानपान और निर्यात के कारोबार को बंद करना होगा. साथ ही 2000 से अधिक पौधे रंगरूटों की तरफ से लगाए गए.
सांसद मेनका गांधी ने मांस कारोबार के खानपान और निर्यात पर निशाना साधते हुए कहा कि हिंदुस्तान में मांस खाने और उसके निर्यात करने के कार्यक्रम पर पाबंदी लगानी होगी. भैंस बकरे समेत अन्य जानवर जंगलों में घूम रहे हैं और नए पौधों को खा जा रहे हैं. इससे पर्यावरण को काफी नुकसान हो सकता है. 25% से कम क्षेत्रफल का जंगल वाला देश चल नहीं सकता है. उन्होंने कहा कि भारत में उत्पादन का 30 फीसदी मांस देश में खपत हो रहा है. जबकि 70 फीसदी विदेशों में सप्लाई हो रहा है. जॉर्डन जैसे विदेशी राष्ट्र मांस पसंद करते हैं. अपने जंगल को खराब नहीं करते हैं. भारत से सप्लाई लेते हैं. श्रीलंका ने बिल पास किया है कि वह कत्लखाने बंद करेंगे और भारत से मांस खरीदेंगे.
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मेनका गांधी ने कहा कि हरियाणा में 1% दिल्ली में 1% और यूपी में 3% ही जंगल है. मेरा घर दिल्ली में जंगल के बीच में है. 7% तापमान मेरे घर का काम होता है. मुझे ऐसी नहीं चलाना पड़ता है. सुल्तानपुर में 25 लाख पौधे लगाए जाने पर इसका माइक्रो टेंपरेचर अपने आप कम हो जाएगा. 1 किलो मांस के पीछे एक 11 किलो धान गेहूं की खपत हो रही है. मध्य प्रदेश का जंगल कटवा कर वहां सोयाबीन की खेती हो रही है, जो मांस उत्पादन के लिए विदेशों में रहने वाले पशुओं को खिलाया जा रहे हैं.
वहीं, सांसद ने प्रधानमंत्री मातृत्व योजना का प्रतिशत के आधार पर सुल्तानपुर का नाम प्रदेश में अव्वल होने पर खुशी जताई और कहा कि इससे प्रतिशत को आगे बढ़ाया जाना चाहिए. इस दौरान 2000 से अधिक पौधे रंगरूटों की तरफ से लगाए गए.
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