सुलतानपुर: जिले का दुर्गा पूजा महोत्सव कोलकाता के बाद देश में दूसरे स्थान पर है. जहां करोड़ों रुपये चंदे के रूप में इकट्ठे होते हैं और दुर्गा पूजा महोत्सव मनाया जाता है. हिंदू-मुस्लिम मिल-जुल कर इस महोत्सव को मनाते हैं और विसर्जन यात्रा में शामिल होते हैं. श्रद्धालु जगह-जगह बंटने वाले प्रसाद को लेते हुए मां के जयकारे लगाते हैं. विसर्जन यात्रा के दौरान प्रतिमाओं को गोमती नदी में विसर्जित किया जाता है.
- जिले में आयोजित होने वाला ऐतिहासिक दुर्गा पूजा महोत्सव बहुत ही खास है.
- पूरे देश में जब दुर्गा पूजा महोत्सव खत्म हो जाता है, तब सुलतानपुर में इसकी शुरुआत होती है.
- दशहरे के रावण दहन से शुरू होने वाला मेला पूर्णिमा तक चलता है.
- रविवार की रात पूर्णिमा के दिन मूर्तियों को पंडाल से उठाकर भ्रमण कराया गया.
- जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने हरी झंडी दिखाकर मेले की शुरुआत की.
- मेले में पूरी रात श्रद्धालुओं का सैलाब सड़कों पर रहा.
- लोग मां के जयकारे लगाते हुए प्रसाद के रूप में हलवा पूरी खाते रहे.
इसे भी पढ़ें- मऊ: सिलेंडर फटने से दो मंजिला मकान ध्वस्त, 13 की मौत, 20 घायल
मेले की तैयारियों के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था सख्त की गई है. मनचलों पर खास निगाह रखी जा रही है, जिससे वे छेड़खानी जैसी घटनाओं को अंजाम न दे सकें. साथ ही अन्य सुरक्षा व्यवस्था की मॉनिटरिंग की जा रही है.
-हिमांशु कुमार, पुलिस अधीक्षक