सुलतानपुर: जिले के जयसिंहपुर तहसील में खुलेआम रजिस्ट्री ऑफिस में 30 हजार रुपय रिश्वत लेने का मामला सामने आया है. ये मामला सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी के समक्ष रखा गया है. इस पर मेनका गांधी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि घूसखोरी से उन्हें सख्त नफरत है. साथ ही उनके निर्देश पर रजिस्ट्री ऑफिस को तहसील मुख्यालय परिसर में स्थानांतरित किया गया है.
जयसिंहपुर में उप निबंधन कार्यालय एक गांव में चल रहा था. यहां के रजिस्ट्रार पर कई बार घूस मांगने का आरोप लगा है. दो हजार के बदले 30-30 हजार की अवैध वसूली किए जाने का मामला अधिवक्ताओं के जरिए मेनका गांधी के संज्ञान में लाया गया. इस पर उन्होंने रजिस्ट्री ऑफिस को जयसिंहपुर तहसील मुख्यालय में स्थानांतरित कराया है. इसके शुभारंभ पर मेनका ने नागरिकों को संबोधित भी किया.
मेनका गांधी ने कहा कि वकीलों की तरफ से अवगत कराया गया कि रजिस्ट्री के एवज में उप निबंधन कार्यालय में घूस ली जा रही है. इसलिए इस कार्यालय को जयसिंहपुर तहसील मुख्यालय में स्थानांतरित कराया गया है, जिसके बाद अब आपको घूस नहीं देनी होगी. . मैं प्रभारी मंत्री और भारतीय जनता पार्टी को धन्यवाद देती हूं. उन्होंने लखनऊ स्तर पर इस मामले को उठाया और रजिस्ट्री ऑफिस स्थानांतरित कराया. सामान्य लोगों के लिए घूस बड़ी बात नहीं है, लेकिन जो आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं उन्हें घूस देना बहुत तकलीफ देय होता है.
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मेनका गांधी ने कहा कि सुलतानपुर से मेरा 6 माह का नाता है, लेकिन ऐसा लगता है कि जैसे 6 जन्म का संबंध यहां से जुड़ गया है. यहां के लोग मुझसे भावनात्मक रूप से जुड़े हुए हैं और मैं उनका संजीदगी से काम भी करती हूं.