सुल्तानपुर: असलहे के बल पर अपहरण हुए युवक को ढूंढने जब पुलिस प्रशासन निकला तो अपहरण की घटना का क्लाइमैक्स लव स्टोरी में बदल गया. युवक की तलाश में जब खाक छानती खाकी युवक के रिश्तेदारी में पहुंची तो चौंक पड़ी. दरअसल, जिस इमरान को उसके परिजन अपहरण की बात कह कर पुलिस को लापरवाह और संवेदनहीन बता रहे थे वही इमरान अपनी प्रेमिका के आंचल में मिला.
मामला सुल्तानपुर जिले के नगर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत पलटन बाजार मोहल्ले से जुड़ा हुआ है. जहां के रहने वाले बुधई ने अपने युवा पुत्र इमरान के रहस्यमय ढंग से गायब होने की शिकायत नगर कोतवाली में दर्ज कराई थी. परिजनों ने असलहे के बल पर इमरान के अपहरण का आरोप अज्ञात पर मढ़ा था. जिसके बाद नगर कोतवाली में 27 जुलाई को मुकदमा भी पंजीकृत कर दिया गया था.
इसी बीच देर शाम मोहल्ले वासी उग्र हो उठे. पुलिस को लापरवाह और संवेदनहीन बताते हुए शाहगंज चौकी का घेराव करने लगे. दबाव बढ़ता देख नगर कोतवाली को प्रकरण की सूचना दी गई. जिस पर नगर कोतवाली से कई टीमें इमरान को खोजने के लिए सक्रिय हो गईं. पुलिस विभाग के आला अधिकारी भी इस प्रकरण को लेकर चौकन्ना हो गए. वहीं, चौकी इंचार्ज शाहगंज शैलेंद्र गुप्ता सिपाहियों के साथ परिजनों को समझाने बुझाने में लगे रहे.
फिलहाल, पुलिस ने समय रहते इमरान को ढूंढना शुरू कर दिया. छानबीन करती हुई पुलिस इमरान की मौसी के घर में पहुंची तो हैरान रह गई. इमरान कहीं और नहीं बल्कि मौसी के घर में मिला. बताया जाता है कि मौसी की बेटी से उसका प्रेम प्रसंग चल रहा था. अपहरण का क्लाइमेक्स लव स्टोरी के रूप में सामने आया. पुलिस के खुलासे के बाद शाहगंज चौकी के बाहर मजमा लगाए और पुलिस को कोसने वाले लोग धीरे-धीरे चौकी से खिसकने लगे.
वहीं, नगर कोतवाल संदीप राय का कहना है कि इमरान गायब नहीं हुआ था न ही उसका अपहरण हुआ था. उन्होंने कहा कि जिस इमरान को लेकर परिजन उसका अपहरण का आरोप लगा रहे थे, वह अपनी प्रेमिका के इर्द-गिर्द चक्कर लगा रहा था और शादी के फिराक में वह भूमिगत हो गया था.