सुलतानपुर: उत्तर प्रदेश सरकार की मंशा पर पुलिस टेक्निकल टीम ही पानी फेर रही है. न्यायालय से जिला कारागार के बीच कैदियों व बंदियों को ले जाने वाले वाहन में जीपीएस सिस्टम बेकार हो गया है. वहीं इस मामले को लेकर क्षेत्राधिकारी ने टेक्निकल टीम को तलब किया है.
जिला कारागार से बंदी और कैदियों को लाने के लिए सरकारी वाहन मुहैया कराया गया है. यह जिला कारागार से जिला न्यायालय के बीच चलता है. इस वाहन की निगरानी के लिए जीपीएस सिस्टम लगाया गया है, जिससे कैदी और बंदी नियत रूट से इधर न जाएं. अपराधियों की तरफ से इन वाहनों को अगवा करने की दशा में पुलिस फौरी कार्रवाई कर सके.
क्षेत्राधिकारी नगर सतीश चंद्र शुक्ल कहते हैं कि जिला कारागार से न्यायालय कैदियों को लाने वाले वाहनों में जीपीएस सिस्टम व सीसीटीवी की पड़ताल की गई. जीपीएस सिस्टम लगा हुआ है. टेक्निकल टीम को आरआई के जरिए तलब किया गया है.
दरअसल, निर्धारित रूट से पुलिस वाहन न हटे, इसे देखते हुए जीपीएस सिस्टम को लागू किया गया है, जिसकी निगरानी पुलिस अधिकारियों की तरफ से स्क्रीन पर उस समय तक की जाती है, जब तक न्यायालय से वाहन जिला कारागार के बीच की दूरी तय न कर लें. जीपीएस सिस्टम सक्रिय नहीं है, लेकिन अधिकारी इसके ठीक होने की बात कहते हुए टेक्निकल टीम को तलब करने का निर्देश दे रहे हैं.
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