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सुलतानपुर: खतरे के निशान के करीब गोमती का जलस्तर, भारी बारिश बनी आफत

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Published : Sep 28, 2019, 3:53 PM IST

यूपी के सुलतानपुर में लगातार बारिश से बाढ़ का खतरा मडराने लगा है. यहां गोमती नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है. डीएम ने सभी विभागों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है.

सुलतानपुर में गोमती नदी.

सुलतानपुर: जनपद में गोमती नदी एक बार फिर उफान पर हैं. नदी का जलस्तर खतरे के निशान से महज तीन मीटर की दूरी पर है. जलस्तर में लगभग 10 मीटर की बढ़ोतरी ने अफसरों को बेचैन कर दिया है. तराई इलाके में गश्त बढ़ा दी गई है. एसडीएम और क्षेत्राधिकारियों को नियमित निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं.

खतरे के निशान के करीब पहुंचा गोमती नदी का जलस्तर.

लगातार बारिश बनी आफत
सुलतानपुर में पिछले तीन दिन की लगातार बारिश के बाद गोमती नदी के जलस्तर में रिकॉर्ड बढ़ोतरी दर्ज की गई है. अमूमन 60 से 70 मीटर रहने वाला जलस्तर इस समय 81 मीटर पहुंच गया है, जो कि खतरे के निशान से महज तीन मीटर नीचे है. ऐसे में प्रशासन अलर्ट पर है. तराई इलाके के गांवों को सुरक्षित करने के लिए रात में विशेष ध्यान रखने को कहा गया है. बाढ़ का पानी गांव में घुसते ही उन्हें राहत केंद्रों पर पहुंचाने के लिए जिलाधिकारी ने निर्देश दिए हैं.

इसे भी पढ़ें:- सुलतानपुर में बारिश का कहर: 92 मकान क्षतिग्रस्त, 12 से अधिक मवेशियों की मौत

तटीय इलाकों के लोगों को जागरूक करते हुए राहत केंद्रों से परिचित कराया जा रहा है. आपूर्ति विभाग समेत सभी विभागों को राहत केंद्रों पर व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त रखने के निर्देश दिए गए हैं. शिक्षा और बिजली विभाग समेत अन्य विभागों को प्रबंध करने के लिए कहा गया है.

गोमती नदी का जलस्तर 81 मीटर पहुंच गया है, जबकि खतरे का निशान 84 पर है. ऐसे में गांव में सतर्कता बरती जा रही है. बाढ़ का पानी गांव में घुसते ही स्थानीय लोगों को राहत केंद्रों तक पहुंचाने के लिए दिशा-निर्देश दिए गए हैं.
-उमाकांत त्रिपाठी, अपर जिलाधिकारी, वित्त एवं राजस्व

सुलतानपुर: जनपद में गोमती नदी एक बार फिर उफान पर हैं. नदी का जलस्तर खतरे के निशान से महज तीन मीटर की दूरी पर है. जलस्तर में लगभग 10 मीटर की बढ़ोतरी ने अफसरों को बेचैन कर दिया है. तराई इलाके में गश्त बढ़ा दी गई है. एसडीएम और क्षेत्राधिकारियों को नियमित निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं.

खतरे के निशान के करीब पहुंचा गोमती नदी का जलस्तर.

लगातार बारिश बनी आफत
सुलतानपुर में पिछले तीन दिन की लगातार बारिश के बाद गोमती नदी के जलस्तर में रिकॉर्ड बढ़ोतरी दर्ज की गई है. अमूमन 60 से 70 मीटर रहने वाला जलस्तर इस समय 81 मीटर पहुंच गया है, जो कि खतरे के निशान से महज तीन मीटर नीचे है. ऐसे में प्रशासन अलर्ट पर है. तराई इलाके के गांवों को सुरक्षित करने के लिए रात में विशेष ध्यान रखने को कहा गया है. बाढ़ का पानी गांव में घुसते ही उन्हें राहत केंद्रों पर पहुंचाने के लिए जिलाधिकारी ने निर्देश दिए हैं.

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तटीय इलाकों के लोगों को जागरूक करते हुए राहत केंद्रों से परिचित कराया जा रहा है. आपूर्ति विभाग समेत सभी विभागों को राहत केंद्रों पर व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त रखने के निर्देश दिए गए हैं. शिक्षा और बिजली विभाग समेत अन्य विभागों को प्रबंध करने के लिए कहा गया है.

गोमती नदी का जलस्तर 81 मीटर पहुंच गया है, जबकि खतरे का निशान 84 पर है. ऐसे में गांव में सतर्कता बरती जा रही है. बाढ़ का पानी गांव में घुसते ही स्थानीय लोगों को राहत केंद्रों तक पहुंचाने के लिए दिशा-निर्देश दिए गए हैं.
-उमाकांत त्रिपाठी, अपर जिलाधिकारी, वित्त एवं राजस्व

Intro:एक्सक्लुसिव
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शीर्षक : सुलतानपुर : ऊपनाई गोमती, खतरे के निशान के निकट पहुंचा जल स्तर, प्रशासन अलर्ट।


एंकर : सुल्तानपुर में आदि गंगा गोमती एक बार फिर उफान पर हैं । गोमती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से महज 3 मीटर की दूरी पर रह गया है । लगभग 10 मीटर की जल स्तर की बढ़ोतरी ने अफसरों को बेचैन कर दिया है। तराई इलाके में गश्त बढ़ा दी गई है । एसडीएम और क्षेत्र अधिकारियों को नियमित निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं। रात में विशेष निगाह रखने को कहा गया है । बाढ़ का पानी गांव में घुसते ही उन्हें राहत केंद्रों पर पहुंचाने के निर्देश जिलाधिकारी की तरफ दिए गए है।


Body:वीओ : 3 दिन के गद्दार की बारिश के बाद गोमती नदी में रिकॉर्ड जल स्तर की बढ़ोतरी दर्ज की गई है । अमूमन 60 से 70 मीटर रहने वाला जलस्तर 81 मीटर पहुंच गया है। महज 3 मीटर जल स्तर रह गया है। खतरे के निशान को छूने के लिए ऐसे में प्रशासन अलर्ट है। हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं । तराई इलाके के गांवों को सुरक्षित करने के लिए वहां के लोगों को जागरूक करने के लिए।



बाइट : अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व उमाकांत त्रिपाठी कहते हैं कि गोमती नदी का जलस्तर 81 मीटर पहुंच गया है। जबकि खतरे का निशान 84 पर है । ऐसे में गांव में सतर्कता बरती जा रही है । बाढ़ का पानी गांव में घुसते ही स्थानीय लोगों को राहत केंद्रों तक पहुंचाने के लिए दिशा निर्देश दिए गए हैं।


Conclusion:वीओ : 36 घंटे तक लगातार जारी बारिश ने गोमती नदी के जलस्तर में रिकॉर्ड बढ़ोतरी की है । तलाटी इलाकों के लोगों को जागरूक किया जा रहा है। राहत केंद्रों से परिचित कराया जा रहा है । वहीं आपूर्ति विभाग समेत सभी विभागों को राहत केंद्रों पर व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त रखने के निर्देश दिए गए हैं। शिक्षा विभाग और रोशनी समेत अन्य प्रबंध करने के लिए कहा गया है।



आशुतोष मिश्रा, सुलतानपुर , 9415049256
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