सुलतानपुर: जनपद में गोमती नदी एक बार फिर उफान पर हैं. नदी का जलस्तर खतरे के निशान से महज तीन मीटर की दूरी पर है. जलस्तर में लगभग 10 मीटर की बढ़ोतरी ने अफसरों को बेचैन कर दिया है. तराई इलाके में गश्त बढ़ा दी गई है. एसडीएम और क्षेत्राधिकारियों को नियमित निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं.
लगातार बारिश बनी आफत
सुलतानपुर में पिछले तीन दिन की लगातार बारिश के बाद गोमती नदी के जलस्तर में रिकॉर्ड बढ़ोतरी दर्ज की गई है. अमूमन 60 से 70 मीटर रहने वाला जलस्तर इस समय 81 मीटर पहुंच गया है, जो कि खतरे के निशान से महज तीन मीटर नीचे है. ऐसे में प्रशासन अलर्ट पर है. तराई इलाके के गांवों को सुरक्षित करने के लिए रात में विशेष ध्यान रखने को कहा गया है. बाढ़ का पानी गांव में घुसते ही उन्हें राहत केंद्रों पर पहुंचाने के लिए जिलाधिकारी ने निर्देश दिए हैं.
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तटीय इलाकों के लोगों को जागरूक करते हुए राहत केंद्रों से परिचित कराया जा रहा है. आपूर्ति विभाग समेत सभी विभागों को राहत केंद्रों पर व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त रखने के निर्देश दिए गए हैं. शिक्षा और बिजली विभाग समेत अन्य विभागों को प्रबंध करने के लिए कहा गया है.
गोमती नदी का जलस्तर 81 मीटर पहुंच गया है, जबकि खतरे का निशान 84 पर है. ऐसे में गांव में सतर्कता बरती जा रही है. बाढ़ का पानी गांव में घुसते ही स्थानीय लोगों को राहत केंद्रों तक पहुंचाने के लिए दिशा-निर्देश दिए गए हैं.
-उमाकांत त्रिपाठी, अपर जिलाधिकारी, वित्त एवं राजस्व