सुलतानपुर: ग्राम स्वराज के जरिए महात्मा गांधी के सपने को साकार करने की सरकार की मंशा पर जिले के चुनिंदा जनप्रतिनिधि पानी फेरने में जुटे हुए हैं. यहां जिस पंचायत भवन में गांव की समस्या का समाधान होना है, उसी के निर्माण में लापरवाही बरती जा रही है. इस मामले में ऐसे प्रधानों को बर्खास्तगी की नोटिस जारी की गई है. इस कारवाई से प्रधानों में हड़कंप मच गया है.
मामला सुलतानपुर जिले के दोस्तपुर और अखंड नगर ब्लॉक से जुड़ा हुआ है. यहां कायाकल्प योजना के तहत पंचायत भवन के निर्माण में लापरवाही बरतने पर जिला पंचायत राज अधिकारी आरके भारती ने बीते दिनों रिपोर्ट तलब की थी. इस मामले में जांच कर रहे सेक्रेटरी की तरफ से सौंपी गई रिपोर्ट में 5 ग्राम प्रधानों को कार्य के प्रति लापरवाह पाया गया था. प्रथम दृष्टया जांच रिपोर्ट में लापरवाह ग्राम प्रधानों में दोस्तपुर विकास खंड के चार और अखंडनगर के 1 प्रधान शामिल हैं. दोस्तपुर के खालिसपुरडिंगुर, गांगूपुर, धनाऊपुर, जयचंद्रपुर और अखंडनगर ब्लाक के धर्मापुर गांव के प्रधान को नोटिस प्रदान की गई है. नोटिस से संबंधित ग्राम प्रधानों में हड़कंप मच गया है.
इस बारे में मुख्य विकास अधिकारी अतुल वत्स ने बताया कि संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर ऐसे प्रधानों के विरुद्ध बर्खास्तगी की कार्रवाई कराई जाएगी. कायाकल्प योजना का अनुपालन अब तक पूरा हो जाना चाहिए था. कई बार बैठक आयोजित कर संबंधित पंचायत सचिवों को इस बाबत दिशा निर्देश दिए गए थे. सभी प्रधानों को अपना स्पष्ट जवाब देने को कहा गया है. जिले की अन्य ग्राम पंचायतों में हुए काम की तस्वीर भी देखी जा रही है. डीपीआरओ से पूरे मामले में प्रगति रिपोर्ट भी मांगी गई है.
गौरतलब है कि इसी पंचायत भवन के जरिए महात्मा गांधी के सपने को साकार करने की पंचायत राज विभाग लंबे समय से योजना बना रहा है. जिसके तहत यहां सप्ताह में कम से कम 2 दिन नियत कर ग्राम में विकास और समस्या से संबंधित सभी अधिकारियों और नागरिकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने की तैयारी की जा रही थी. पंचायत भवन बना कर कायाकल्प योजना को क्रियान्वित किया जाना था. जिससे महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज के सपने को साकार करते हुए गांव का कायाकल्प होना था.
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