सुलतानपुर: पूरे प्रदेश में रविवार को 25 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे, जो एक रिकार्ड होगा. लखनऊ बलिया पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के बीच बने डिवाइडर ग्रीन बेल्ट को हरित पट्टी के रूप में विकसित किया जाएगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिले के हलियापुर क्षेत्र स्थित कुवांसी बडाडाड पहुंचे. जिलाधिकारी रवीश गुप्त, पुलिस अधीक्षक डॉ विपिन मिश्र, मुख्य विकास अधिकारी अतुल वत्स ने उनका स्वागत किया, जहां पर उन्होंने वन मंत्री के साथ में पौधे लगाए और नागरिकों से इस पौधरोपण अभियान में शामिल होने का आह्वान किया. वन मंत्री दारा सिंह चौहान का डीएफओ आनंदकेश्वर ने स्वागत किया. इस मौके पर उन्होंने पौधरोपण अभियान को लक्ष्य तक पहुंचाने के लिए कार्यक्रम की समीक्षा की. मुख्यमंत्री योगी ने मंच से नागरिकों को संबोधित किया. भाजपा सरकार में किए गए महत्वपूर्ण कार्यों का जिक्र करते हुए उन्होंने नागरिकों से मुख्यधारा में जुड़ने का आह्वान किया.
सीएम योगी ने पंचवटी नवग्रह नक्षत्र वाटिका की रखी नींव
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने पंचवटी, नक्षत्र वाटिका और नवग्रह वाटिका की भी नींव रखी. मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने लोगों से प्रकृति के साथ जुड़ने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस वे पूर्वी उत्तर प्रदेश की रीढ़ साबित होगा, जो किसानों को रोजगार के साथ तीव्र विकास की दर प्रदान करेगा. पंचवटी वन में पीपल, बरगद, पाकड़, गूलर जैसे प्रकृति संरक्षक पौधे शामिल किए गए हैं.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर ट्वीट किया है उन्होंने कहा कि वन है तो कल है. प्रकृति और पर्यावरण में समन्वय व संतुलन जीवन का आधार है. इनका संरक्षण हमारा दायित्व है. उन्होंने बताया कि आज (रविवार) 'वृक्षारोपण जन आन्दोलन' के तहत 25 करोड़ पौदे लगाने का लक्ष्य रखा गया है. मुख्यमंत्री ने लोगों से आह्वान किया है कि आइए, कोविड-19 के निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन करते हए वृक्षारोपण के इस महाअभियान को सफल बनाएं.
कोरोना से मृतकों के परिजनों को अधिकारियों ने कार्यक्रम स्थल से भगाया
कोविड-19 से मृतक हुए लोगों के प्रति मंच से और पत्रकार वार्ता के दौरान सीएम योगी ने गहरी संवेदना जताई. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुलतानपुर में वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम में मंच से कोविड मृतकों के लिए स्मृति वाटिका बनाने और पौधा लगाने का आह्वान कर रहे थे, वहीं उनके जिम्मेदार अधिकारी मृतक के परिजनों को कार्यक्रम स्थल से बाहर का रास्ता दिखा रहे थे. धूप में पत्थरों पर बैठे मृतक के परिजनों ने अपनी लाचारी और अफसरों की संवेदनहीनता बयां की.
मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में पहुंची रेखा मिश्रा ने बताया कि हम लोगों को कई बार कार्यक्रम स्थल से हटाया जा चुका है. यहां पत्थर और धूप में बैठकर इंतजार कर रहे हैं. मुख्यमंत्री से मिलने के लिए हमें बुलाया गया था. ग्राम पंचायत सेक्रेटरी के आमंत्रण पर हम यहां आए हैं. यहां से भी हमें हटाया जा रहा है. कई बार निवेदन करने पर बैठने की अनुमति ईंट पत्थर पर दी गई.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में अब तक वन महोत्सव के दौरान अलग-अलग प्रजातियों के 60,24,46,551 पौधे लगाए जा चुके हैं. पर्यावरण दिवस और ऐसे ही अन्य अवसरों पर लगने वाले पौधों की संख्या इसके अतिरिक्त है. इस तरह इस साल मिशन 30 करोड़ के इन पौधों की संख्या को जोड़ दें, तो यह संख्या सौ करोड़ के करीब होगी फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया की वर्ष 2019 की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश में 2017 की तुलना में वनावरण में 127 किलोमीटर की वृद्धि हुई है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर प्रदेश का वृक्षावरण राष्ट्रीय औसत 2.89 फीसदी की तुलना में 3.05 फीसदी है.
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पौधरोपण अभियान को सफल बनाने के लिए पूरी तैयारी हो चुकी है. वन विभाग इसकी नोडल एजेंसी है. 26 अन्य विभाग इसमें सहयोग कर रहे हैं. इन विभागों को कुल 19.20 करोड़ पौधरोपड़ का लक्ष्य दिया गया है. बाकी 10.80 करोड़ पौधे वन विभाग लगाएगा. कृषि जलवायु क्षेत्र के अनुसार हर जिले में लोगों की मांग के अनुसार समय से पौधे उपलब्ध हों, इसके लिए वन विभाग की 1813 पौधशालाओं में 42.17 करोड़ पौध तैयार है. रेशम और उद्यान विभाग की नर्सरियों में पौध तैयार की गई है. पारदर्शिता के लिए जो विभाग पौधे लगाएगा, वह उस जगह की जिओ टैंगिग भी कराएगा.
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल झांसी में सिमरधा डैम पर स्मृति वाटिका की स्थापना करेंगी. इसके तहत वह वहां पर पोषक तत्वों और औषधीय गुणों से भरपूर पौधे लगाएंगी. स्मृति वाटिका में पौधों की कुल संख्या करीब पांच हजार होगी. स्मृति वाटिका झांसी से करीब 8 किमी दूर झांसी-ग्वालियर मार्ग पर पहुज नदी के किनारे बने सिमरधा बंधे के पहुंच मार्ग पर है. इसके एक ओर पहुज नदी का विशाल जलभराव वाला क्षेत्र है, तो दूसरी ओर हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले ध्यानचंद की विशाल प्रतिमा है.