सुलतानपुर: जिला अस्पताल में ऐसे लोग मरीजों का इलाज कर रहे हैं, जिन्हें इलाज के बारे में कुछ नहीं पता है. यह लोग मरीजों को इंजेक्शन लगाते हैं, पैसा वसूलते हैं, और निकल जाते हैं. मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने इसका खुलासा करते हुए ऐसे वसूली गैंग और सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है.
- जिला अस्पताल इन दिनों अवैध वसूली का प्रमुख केंद्र बना हुआ है.
- यहां आउटसाइडर आते हैं और झांसा देकर मरीजों को फर्जी दवा देते हैं, फर्जी इंजेक्शन लगाते हैं पैसा वसूलते हैं.
- यह सिलसिला लंबे समय से चला रहा है, जिला प्रशासन के संज्ञान में कई ऐसे मामले सामने आए हैं.
स्थानीय लोगों का कहना है कि जिला अस्पताल में दलालों का बोलबाला है. इस पर प्रभावी रोकथाम लगनी चाहिए. इस पर लगाम लगने से ही नागरिकों का हित होगा.
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जिला चिकित्सालय खासकर इमरजेंसी में कुछ अराजक तत्व आते हैं. ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले लोगों को यह शिकार बनाते हैं. सुईया लिखते हैं. ढाई सौ से ₹400 वसूल करते हैं. इस तरह परेशान किए जाने का मामला सामने आया है. 20 दिन से इसकी जानकारी मिल रही है. ऐसे लोगों में 3 नाम सामने आए हैं, जिनके वीडियो फुटेज और फोटोग्राफी है. यह शाम की पाली में और रात की पाली में सक्रिय रहते हैं.
-डॉ. बीवी सिंह , मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, सुलतानपुर