सुलतानपुर: जिले में बेरोजगार होकर अपने घर लौटे मजदूरों को संतुलित आहार देने के लिए प्रशासन ने नई कवायद शुरू की है. राजस्व विभाग ने जरूरतमंदों को चिन्हित करने का निर्देश दिया है. इसमें ऐसे परिवार शामिल हैं जो गरीबी रेखा और इससे नीचे की सूची में पंजीकृत नहीं है लेकिन जरूरतमंद है. इन्हें अब हर सप्ताह राशन पैकेट किट मुहैया कराई जाएगी.
पंजाब, हरियाणा और दिल्ली से सैकड़ों मजदूर लॉकडाउन के कारण बेरोजगार होकर अपने घरों की तरफ पलायन किया. रास्ते में फंसे होने के दौरान सरकार की तरफ से बस मुहैया कराकर इन्हें गंतव्य स्थल तक पहुंचाया गया. 14 दिन का सरकारी क्वारंटाइन अवधि पूरा होने के बाद इन्हें घर भेज दिया गया है. ऐसे में अब इनके सामने खाने की समस्या खड़ी हो गई है.
जिसे देखते हुए प्रशासन ने नई कवायद शुरू की है. मेहमान राशन किट के माध्यम से प्रशासन इन मजदूरों की सहायता करने का फैसला लिया है. इस किट में 5 किलो आटा, 5 किलो चावल, 1 किलो दाल, 1 लीटर तेल, 3 किलो आलू, मसाला समेत अन्य सामग्रियां शामिल की गई है. जिससे यह मजदूर अपने परिवार को कम से कम 10 दिनों तक भोजन करा सकें.
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बहुत से परिवार बाहर से आए हैं. इनके पास राशन कार्ड भी नहीं है. लॉकडाउन के दौरान यह अपने घरों को पहुंचे हैं. इन्हें भोजन संतुलित मुहैया कराने के लिए सरकार की तरफ से राशन किट की व्यवस्था की गई है. जो प्रत्येक सप्ताह प्रदान की जाएगी. राजस्व विभाग की तरफ से सर्वे किया जा रहा है. पात्रता के आधार पर राशन के उपलब्ध कराई जाएगी.
-अभय सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी