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फर्जी मेडिकल बनाने के आरोप में दो डॉक्टर गिरफ्तार - रॉबर्ट्सगंज की न्यूज हिंदी में

रॉबर्ट्सगंज में फर्जी मेडिकल बनाने के आरोप में पुलिस ने दो डॉक्टरों को गिरफ्तार किया है.

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भ्रस्टाचार में दो आरोपी डाक्टर गिरफ्तार
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Published : Oct 20, 2022, 5:35 PM IST

सोनभद्र: रॉबर्ट्सगंज कोतवाली पुलिस ने जिला अस्पताल से दो डॉक्टरों को भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किया है. दोनों डॉक्टरों के खिलाफ म्योरपुर थानाध्यक्ष अश्वनी त्रिपाठी ने फर्जी मेडिकल बनाने का मुकदमा दर्ज कराया था. विवेचना में दोनों डॉक्टरों पर आरोप तय होने के बाद दोनों को जिला अस्पताल से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने दोनों डॉक्टरों को कोर्ट के समक्ष पेश किया.

पुलिस के मुताबिक तत्कालीन म्योरपुर थानाध्यक्ष अश्वनी कुमार त्रिपाठी ने प्रार्थना पत्र दिया था कि जिला अस्पताल सोनभद्र में पैसा लेकर फर्जी मेडिकल रिपोर्ट तैयार की जा रही है. इस संबंध में मुकदमा अपराध संख्या 623/2022 धारा 420,468,471, आईपीसी व 7/13 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया था. मुकदमे की विवेचना के दौरान डॉक्टर पूर्णेन्दु शेखर सिंह पुत्र जितेंद्र प्रताप सिंह निवासी ग्राम गोपालपुर थाना मुगलसराय जनपद चंदौली और डॉ दयाशंकर पुत्र गोपीचंद निवासी त्रिवेणीपुरम थाना झूंसी जनपद प्रयागराज और एक अज्ञात वकील के नाम प्रकाश में आए थे. पुलिस ने दोनों आरोपी डॉक्टरों को सरकारी आवास से गिरफ्तार कर लिया.

रॉबर्ट्सगंज कोतवाली से मिली जानकारी के अनुसार कोतवाल दिनेश चंद्र पांडेय और क्षेत्राधिकारी ने दोनों ही डॉक्टरों को भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट वाराणसी में प्रस्तुत किया है. हालांकि इस संबंध में जब जानकारी लेने का प्रयास किया गया तो जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक का फोन स्विच ऑफ बताया जाता रहा वहीं पुलिस अधीक्षक डॉक्टर यशवीर सिंह का मोबाइल इनके पीआरओ ने उठाया और उनके मीटिंग में होने की बात कही है. बहरहाल दोनों ही डॉक्टरों के खिलाफ रॉबर्ट्सगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज होने और गिरफ्तारी से डॉक्टरों में आक्रोश व्याप्त है.

सोनभद्र: रॉबर्ट्सगंज कोतवाली पुलिस ने जिला अस्पताल से दो डॉक्टरों को भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किया है. दोनों डॉक्टरों के खिलाफ म्योरपुर थानाध्यक्ष अश्वनी त्रिपाठी ने फर्जी मेडिकल बनाने का मुकदमा दर्ज कराया था. विवेचना में दोनों डॉक्टरों पर आरोप तय होने के बाद दोनों को जिला अस्पताल से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने दोनों डॉक्टरों को कोर्ट के समक्ष पेश किया.

पुलिस के मुताबिक तत्कालीन म्योरपुर थानाध्यक्ष अश्वनी कुमार त्रिपाठी ने प्रार्थना पत्र दिया था कि जिला अस्पताल सोनभद्र में पैसा लेकर फर्जी मेडिकल रिपोर्ट तैयार की जा रही है. इस संबंध में मुकदमा अपराध संख्या 623/2022 धारा 420,468,471, आईपीसी व 7/13 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया था. मुकदमे की विवेचना के दौरान डॉक्टर पूर्णेन्दु शेखर सिंह पुत्र जितेंद्र प्रताप सिंह निवासी ग्राम गोपालपुर थाना मुगलसराय जनपद चंदौली और डॉ दयाशंकर पुत्र गोपीचंद निवासी त्रिवेणीपुरम थाना झूंसी जनपद प्रयागराज और एक अज्ञात वकील के नाम प्रकाश में आए थे. पुलिस ने दोनों आरोपी डॉक्टरों को सरकारी आवास से गिरफ्तार कर लिया.

रॉबर्ट्सगंज कोतवाली से मिली जानकारी के अनुसार कोतवाल दिनेश चंद्र पांडेय और क्षेत्राधिकारी ने दोनों ही डॉक्टरों को भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट वाराणसी में प्रस्तुत किया है. हालांकि इस संबंध में जब जानकारी लेने का प्रयास किया गया तो जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक का फोन स्विच ऑफ बताया जाता रहा वहीं पुलिस अधीक्षक डॉक्टर यशवीर सिंह का मोबाइल इनके पीआरओ ने उठाया और उनके मीटिंग में होने की बात कही है. बहरहाल दोनों ही डॉक्टरों के खिलाफ रॉबर्ट्सगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज होने और गिरफ्तारी से डॉक्टरों में आक्रोश व्याप्त है.

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