सोनभद्र: वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण जनपद में भारी संख्या में प्रवासी श्रमिक वापस आ रहे हैं. ऐसे में बाल विकास विभाग की तरफ से प्रवासी श्रमिकों की पत्नियों और उनके बच्चों का सर्वे किया जा रहा है. सर्दी के उपरांत बाहर से आई महिलाओं और उनकी बच्चों को बाल विकास विभाग की तरफ से टीकाकरण एवं स्वास्थ्य संबंधित सेवाओं को उपलब्ध कराया जाएगा. साथ ही उनको पोषाहार भी वितरित किया जाएगा, ताकि ऐसे महिलाओं एवं बच्चों के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखा जा सके.
महिलाओं और बच्चों का कराया जा रहा सर्वे
दरअसल, लॉकडाउन के दौरान प्रवासी श्रमिकों की आने की संख्या बहुत ही कम थी. वहीं जून से पूरे देश को अनलॉक कर दिया गया है, जिसकी वजह से दूसरे प्रदेशों और उत्तर प्रदेश के अन्य जनपदों में रहकर रोजी-रोटी कमाने वाले श्रमिक लगातार अपने घरों की ओर आ रहे हैं. प्रवासी श्रमिकों का परिवार जो उनके साथ आ रहा है. उनको किसी प्रकार की दिक्कत न हो, जिसके मद्देनजर बाल विकास विभाग की तरफ से उनके साथ आने वाली महिलाओं और बच्चों का सर्वे कराया जा रहा है.
बच्चों और महिलाओं का स्वास्थ्य परीक्षण
सर्वे में मुख्य रूप से गर्भवती एवं धात्री महिलाओं, बच्चों और किशोरियों पर बाल विकास विभाग विशेष ध्यान दे रहा है. जनपद में अभी तक 288 गर्भवती, धात्री महिलाओं और 82 बच्चों को भी चिन्हित किया गया है. इन महिला एवं बच्चों को उनके घर के नजदीक आंगनबाड़ी से पोषाहार उपलब्ध कराया जाएगा. इसके अलावा बच्चों एवं महिलाओं का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाएगा, ताकि उनके स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जा सके.
जनपद में आने वाले प्रवासी श्रमिकों के बच्चों वह गर्भवती महिलाओं को बाल विकास विभाग किस संचालित योजनाओं का लाभ दिलाया जा सके, इसके मद्देनजर उनका सर्वे कराया जा रहा है. सर्वे के समय कोरोना वायरस संक्रमण की सावधानियों का पूरा ध्यान रखा जा रहा है. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता प्रवासी महिलाओं और बच्चों को जागरूक कर रहे हैं. उनसे कहा जा रहा है कि वह अपने परिवार के सभी सदस्यों का साबुन और पानी से लगातार हाथ धुलवाएं. मुंह पर मास्क लगाएं और बाजार में बिना किसी काम के न जाएं. साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. किसी भी प्रकार की समस्या होने पर स्वास्थ्य विभाग को अपने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सूचित करें.
अजीत कुमार सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी, सोनभद्र