सोनभद्र: जिले के घोरावल थाना इलाके के उम्भा गांव में जमीन विवाद को लेकर ग्राम प्रधान और ग्रामीणों के बीच गोलीबारी हुई थी, जिसमें 10 ग्रामीणों की मौत हो गई थी जबकि 28 लोग घायल हुए थे. इस घटना में पीड़ित परिजनों का कहना है कि हम तीन पीढ़ियों से इस जमीन पर काबिज हैं और खेती कर रहे हैं.
पीड़ित राजपति सिंह गौड़ ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहीं ये बातें
- दरअसल 17 जुलाई 2017 को इस जमीन की रजिस्ट्री हुई थी.
- इस जमीन पर हमारा कब्जा राजा के जमाने से है.
- हमारे दादा, बाबा यहां पर आकर राजा से पूछकर बसे थे.
- हमारे पूर्वज इसी जमीन पर खेती करते थे.
- पूर्वजों के बाद हम लोग इस पर जुताई-बुवाई कर रहे थे और इस पर काबिज थे.
सोसायटी को लेकर राजपति ने कहा
- यह जो सोसायटी बनाई गई थी, हमारे पूर्वजों को बेवकूफ बनाकर बनाई गई थी.
- उनसे कहा गया था कि सामूहिक खेती इस पर होगी, जिसकी वजह से हमारे पूर्वज सोसायटी बनाने के लिए तैयार हुए थे.
- उनसे कहा गया था जो जमीन सोसायटी के बाद टूटती है, ग्राम समाज की जमीन होगी और आप सबका इस पर हक होगा.
घटनाक्रम की दी जानकारी
- राजपति ने कहा उस दिन लगभग 300 की संख्या में और 32 ट्रैक्टर से लोग आए तो हमारी निजी जमीन में भी जुताई करने लगे.
- पीड़ित राजपति ने कहा मना करने पर लाठी-डंडे और गोलियां चलाने लगे, जिसमें हमारी पत्नी और बहन घायल हो गई.
- उन्होंने कहा जिस जमीन पर विवाद था, वह जमीन थोड़ी दूरी पर है.
- उन्होंने बताया कि इसमें प्रधान के सहयोगियों के साथ ही बाहरी लोग भी मौजूद थे.