सोनभद्र: जिला पंचायत में एक बड़े भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है. इस मामले में कोर्ट के आदेश पर रावत गंज कोतवाली पुलिस ने पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अमरेश पटेल, दो अपर मुख्य अधिकारी समेत 17 लोगों के खिलाफ गबन का मुकदमा दर्ज किया है. यह कार्रवाई कोर्ट के आदेश पर चौधरी यशवंत सिंह की याचिका पर हुई है. पुलिस इस मामले में सरकारी धन के दुरुपयोग से जुड़े साक्ष्यों को एकत्रित करने में जुटी हुई है.
चौधरी यशवंत सिंह ने कोर्ट को अवगत कराया कि, मई 2017 में जिला पंचायत की ओर से सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए ई टेंडरिंग के माध्यम से टेंडर निकाला गया था. जून 2017 के महीने में इसका वर्क आर्डर भी जारी कर दिया गया है. अनुबंध के तहत सड़कों के निर्माण में जिला पंचायत को बिटुमिन और इमल्शन की आपूर्ति करनी थी. लेकिन जिला पंचायत ने आपूर्ति नहीं की. इतना ही नहीं सड़कों का निर्माण नहीं हुआ और कागज पर काम दिखाकर मार्च 2018 में पूरी धनराशि निकाल ली गई. इस मामले की जांच के लिए कई जगह शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई इसके बाद यशवंत सिंह ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया. यशवंत सिंह के वकील विकास शाक्य ने बताया कि, कोर्ट में सभी साक्ष्यों को प्रस्तूत किया गया. न्यायलय ने सरकारी धन के गमन में मुकदमा दर्ज कर लिया है.
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मामले की गंभीरता और साथियों को देखते हुए कोर्ट ने परिवाद स्वीकार करते हुए रॉबर्ट्सगंज कोतवाली को मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया. रॉबर्ट्सगंज कोतवाली के निरीक्षक दिनेश कुमार पांडे ने बताया कि, तत्कालीन जिला पंचायत अध्यक्ष अमरेश पटेल,अपर मुख्य अधिकारी वर्तिका,अपर मुख्य अधिकारी वीसी पंत, लखनऊ अवर अभियंता जसवंत चौहान, रमेश राम चौरसिया,बलिराम ठेकेदार श्यामलाल, राममूर्ति रामनिवास, रमाशंकर,अजीत कुमार, अनिल कुमार सिंह,अमित कुमार सिंह,संतोष राय,जिला पंचायत के परामर्शदाता विनोद कुमार श्रीवास्तव,लेखाकार अजय शर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. इस मामले में विवेचना शुरू कर दी गई है.