सोनभद्र: लॉक डाउन की वजह से जनपद के सभी शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए हैं. वहीं कुछ संस्थानों की तरफ से अभिभावकों से अप्रैल माह की फीस मांगे जाने का मामला सामने आया है. इस पर जिलाधिकारी ने सभी शिक्षण संस्थानों को पत्र जारी करते हुए निर्देश दिया है कि इस महीने की फीस अब किसी से नहीं ली जाएगी.
जिलाधिकारी ने यह भी कहा है कि कोविड-19 लॉक डाउन अवधि के दौरान कोई अभिभावक अपने बच्चों का शुल्क जमा करने में विफल रहते हैं, तो इससे उनकी ऑनलाइन कक्षाओं के नामांकन पर कोई प्रभाव नहीं होगा. उन्हें ऑनलाइन कक्षाओं का पूर्ण लाभ दिया जायेगा.
कोरोना वायरस की वजह से जनपद की सीमाएं चारों तरफ से सील कर दी गई हैं. वहीं जरूरी सामानों के लिए होम डिलीवरी की सुविधा भी की गई है. जनपद में सभी शिक्षण संस्थाओं को पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया है. अप्रैल से शुरू हुए नए सत्र में सभी स्कूलों को जिलाधिकारी की तरफ से पत्र भेज दिया गया है. जिसमें कहा गया है कि अप्रैल माह में किसी भी विद्यालय की तरफ से अभिभावकों से फीस न लिया जाए. साथ ही जब तक लॉकडाउन रहता है, तब तक किसी भी अभिभावक पर फीस जमा करने के लिए स्कूल प्रशासन दबाव न बनाएं.
दरअसल, कुछ प्राइवेट स्कूलों की ओर से स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों से अप्रैल माह की फीस जमा करने के लिए सूचना दी गई थी. जिसके बाद अभिभावकों ने लॉकडाउन का हवाला देते हुए जिला अधिकारी से शिकायत की और कहा कि लॉक डाउन के दौरान फीस माफ करने के लिए स्कूलों को कहा जाए. इस पर जिलाधिकारी ने संज्ञान लेते हुए तत्काल सभी विद्यालयों को पत्र जारी किया है.
सोनभद्र: डीएम का आदेश, अप्रैल महीने की फीस नहीं ले सकेंगे कोई भी स्कूल - स्कूल वाले नहीं ले सकेंगे फीस
सोनभद्र जिले में डीएम ने सभी स्कूलों को पत्र जारी कर यह निर्देश दिया है कि कोई भी शिक्षण संस्थान अभिभावकों से फीस न लें. दरअसल, कुछ स्कूलों की ओर से बच्चों के अभिभावकों को अप्रैल माह की फीस जमा करने के लिए सूचना दी गई थी. इसके बाद जिलाधिकारी ने पत्र जारी किया है.
सोनभद्र: लॉक डाउन की वजह से जनपद के सभी शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए हैं. वहीं कुछ संस्थानों की तरफ से अभिभावकों से अप्रैल माह की फीस मांगे जाने का मामला सामने आया है. इस पर जिलाधिकारी ने सभी शिक्षण संस्थानों को पत्र जारी करते हुए निर्देश दिया है कि इस महीने की फीस अब किसी से नहीं ली जाएगी.
जिलाधिकारी ने यह भी कहा है कि कोविड-19 लॉक डाउन अवधि के दौरान कोई अभिभावक अपने बच्चों का शुल्क जमा करने में विफल रहते हैं, तो इससे उनकी ऑनलाइन कक्षाओं के नामांकन पर कोई प्रभाव नहीं होगा. उन्हें ऑनलाइन कक्षाओं का पूर्ण लाभ दिया जायेगा.
कोरोना वायरस की वजह से जनपद की सीमाएं चारों तरफ से सील कर दी गई हैं. वहीं जरूरी सामानों के लिए होम डिलीवरी की सुविधा भी की गई है. जनपद में सभी शिक्षण संस्थाओं को पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया है. अप्रैल से शुरू हुए नए सत्र में सभी स्कूलों को जिलाधिकारी की तरफ से पत्र भेज दिया गया है. जिसमें कहा गया है कि अप्रैल माह में किसी भी विद्यालय की तरफ से अभिभावकों से फीस न लिया जाए. साथ ही जब तक लॉकडाउन रहता है, तब तक किसी भी अभिभावक पर फीस जमा करने के लिए स्कूल प्रशासन दबाव न बनाएं.
दरअसल, कुछ प्राइवेट स्कूलों की ओर से स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों से अप्रैल माह की फीस जमा करने के लिए सूचना दी गई थी. जिसके बाद अभिभावकों ने लॉकडाउन का हवाला देते हुए जिला अधिकारी से शिकायत की और कहा कि लॉक डाउन के दौरान फीस माफ करने के लिए स्कूलों को कहा जाए. इस पर जिलाधिकारी ने संज्ञान लेते हुए तत्काल सभी विद्यालयों को पत्र जारी किया है.