सोनभद्र: जिले में पुरानी पेंशन बहाली सहित 12 मांगों को लेकर शिक्षकों ने धरना-प्रदर्शन किया. शिक्षक महासंघ के आह्वान पर प्राथमिक विद्यालयों सहित अन्य विद्यालयों के शिक्षकों ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर धरना दिया और जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान शिक्षकों ने सभी को एकजुट होकर संघर्ष करने के लिए आह्वान किया. शिक्षकों ने कहा कि हम लोग आकस्मिक अवकाश लेकर यह धरना कर रहे हैं. इस दौरान भारी संख्या में शिक्षक और शिक्षिकाएं और शिक्षक नेता उपस्थित रहे. वहीं कुछ शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराया.
शिक्षकों ने कहा कि सरकार हम लोगों के साथ अन्याय कर रही हैं. सरकार अपने विधायकों, सांसदों सहित अन्य लोगों की जब पेंशन और तनख्वाह बढ़ानी होती है तो मनमर्जी के अनुसार बढ़ा लेती है लेकिन शिक्षक जो सभी को शिक्षा देते हैं और कर्मचारी जो ऊपर से लेकर नीचे तक काम करते हैं, उनके लिए यह दोहरा रवैया अपनाया जाता है.
मुरादाबाद: जिले में शिक्षकों ने विभिन्न मांगों को लेकर जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर सामूहिक अवकाश पर रहकर प्रदर्शन किया. शिक्षकों की पुरानी मांगें है जिनको सरकार नहीं मान रही है. शिक्षकों का कहना है कि सरकार हमारी मांगे नहीं मानती है तो सरकार से टकराने के लिए तैयार हैं.
मिर्जापुर: जिले में उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ के आह्वान पर बेसिक प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों ने आकस्मिक सामूहिक अवकाश लेकर प्रेरणा एप का विरोध किया. शिक्षकों ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन किया. सैकड़ों शिक्षकों ने लामबंद होते हुए मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. उनका कहना है कि पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल की जाए. हर विद्यालय में एक प्रधानाध्यापक, 5 सहायक अध्यापक दिए जाएं. विद्यालय में कुर्सी, फर्नीचर, शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की जाए. शिक्षकों ने नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपते हुए जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री तक अपनी मांग को पहुंचाने की बात कही है.
ललितपुर: जिले के गिन्नौट बाग में उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के शिक्षकों ने 12 सूत्रीय मांगों को लेकर नारेबाजी करते हुए धरना प्रदर्शन किया. इसमें प्रमुख मांग पुरानी पेंशन बहाली है. वहीं प्रेरणा एप को लेकर शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष का कहना है सरकार ने शिक्षकों को शक की नजर से देखकर प्रेरणा एप लागू किया है. शिक्षकों ने कहा कि सरकार ने NPS लागू किया है अगर NPS इतना अच्छा है तो जितने जनप्रतिनिधि है वो NPS क्यों नहीं लेते हैं.
शिक्षकों का कहना है कि विद्यालय के भौतिक वातावरण में हम लोगों से गैर शैक्षणिक कार्य कराए जाते हैं. उनका कहना है कि नई-नई योजनाएं चलाई जा रही हैं, उन योजनाओं का लाभ शिक्षक और अन्य कर्मचारियों को नहीं दिया जा रहा है. यदि आयुष्मान भारत जैसी योजना आम गरीब लोगों के लिए चल सकती है तो क्या चिकित्सीय बीमा लाभ की योजना शिक्षकों के लिए नहीं चलनी चाहिए. शिक्षकों ने कहा कि यह बड़े शर्म की बात है कि आज शिक्षकों को बीमा के नाम पर सिर्फ 1 लाख रुपये मिलता है.
संत रविदास नगर: जिले मे बीएसए कार्यालय पर 12 सूत्रीय मांगों को लेकर प्राथमिक और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों के अध्यापक धरने पर बैठे. 3 हजार की संख्या में अध्यापक अपने स्कूलों का पठन-पाठन कार्य छोड़कर बीएसए ऑफिस के बाहर धरने पर बैठे. उनकी मुख्य मांगों में से सबसे बड़ी मांग यह है कि पुरानी पेंशन को जल्द से जल्द बहाल किया जाए.
जौनपुर: जिला कलेक्ट्रेट परिसर में शिक्षक संघ ने पुरानी पेंशन बहाली सहित 12 सूत्रीय मांगों को लेकर विशाल धरना प्रदर्शन किया. शिक्षकों का कहना है कि प्रदेश सरकार की शिक्षक विरोधी नीतियों के विरोध में प्रदर्शन किया है.
12 सूत्रींय मांगों को लेकर शिक्षकों ने किया प्रदर्शन
शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अरविन्द शुक्ला ने कहा कि उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ के बैनर तले जिले भर के हजारों प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक पुरानी पेंशन बहाली, प्रेरणा एप का विरोध, निःशुल्क चिकित्सा सुविधा, बीमा की धनराशि को 10 लाख करने, विद्यालय के संविलियन प्रक्रिया को निरस्त करने जैसी 12 सूत्रींय मांगों को लेकर जिले भर के शिक्षक आन्दोलन कर रहे हैं. जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होंगी, हम चरण बाध्य तरीके से प्रदर्शन करते रहेंगे.
बलिया: यूपी के सरकारी स्कूलों के अध्यापकों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ विरोध का अभियान लगातार जारी रखा है. बलिया में प्राथमिक शिक्षक संघ के साथ माध्यमिक शिक्षकों ने एक सुर में पुरानी पेंशन बहाली को लेकर प्रदर्शन किया. प्राथमिक शिक्षक संघ के साथ माध्यमिक शिक्षक संघ ने मिलकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. मुरली मनोहर टाउन डिग्री कॉलेज में जनपद के सैकड़ों शिक्षक एकत्रित हुए और फिर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए एनपीएस मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे. शिक्षकों ने कलेक्ट्रेट में सभा कर सरकार से पुरानी पेंशन बहाली की मांग की है.
बहराइच: जिले में शिक्षक महासंघ के बैनर तले शिक्षकों ने कलेक्ट्रेट में धरना दिया. वह विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलित हैं. शिक्षक एक दिन का अवकाश लेकर धरना-प्रदर्शन में शामिल हुए हैं. शिक्षकों के धरने में शामिल होने के चलते विद्यालयों में तालाबंदी हो गई है. धरने में माध्यमिक शिक्षक संस्कृत और मदरसा विद्यालयों के शिक्षकों के साथ-साथ महाविद्यालय शिक्षक भी शामिल हैं.
विद्यालयों में व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए किया गया प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ के जिला संयोजक डॉ. दीनबंधु शुक्ला का कहना है कि सरकार की शिक्षक विरोधी नीतियों के विरोध में सभी शिक्षक लामबंद होकर आंदोलन को मजबूर हैं. उन्होंने कहा कि अगर उनकी मांगें न मानी गईं तो संघर्ष आगे भी जारी रहेगा. उनकी प्रमुख मांगों में पुरानी पेंशन बहाली, प्रत्येक विद्यालय में प्रधानाध्यापक और प्रत्येक कक्ष में अध्यापक की नियुक्ति करना, विद्यालय में छात्रों के बैठने के लिए फर्नीचर, पीने के लिए शुद्ध पानी, बिजली और पंखे, चहारदीवारी आदि की व्यवस्था करना है.
ग्रेड वेतन 4648 एवं 46 सौ पर न्यूनतम मूल वेतन क्रमशः 17140 एवं 18150 देना मृतक शिक्षकों के आश्रितों को पूर्व की भांति शिक्षक के पद पर नियुक्ति देना है. सामूहिक बीमा की बीमित राशि 10 लाख रुपये करना एवं प्रेरणा एप पद्धति को वापस लेना प्रमुख मांग है.
अम्बेडकर नगर: जिन अध्यापकों के कंधों पर देश के नौनिहालों का भविष्य संवारने की जिम्मेदारी है, वहीं अब शिक्षण कार्य छोड़ प्रदर्शन पर उतर गए हैं. सरकार की नीतियों से आहत उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ के आह्वान पर जिले के शिक्षकों ने सामूहिक अवकाश लेकर कलेक्ट्रेट मुख्यालय पर एक दिवसीय धरना दिया. अध्यापकों ने पुरानी पेंशन की बहाली और प्रेरणा एप को समाप्त करने की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की और सरकार को आगामी चुनाव में परिणाम भुगतने की चेतावनी भी दी.
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