सोनभद्र: विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर संयुक्त जिला चिकित्सालय में बृहस्पतिवार को डॉक्टरों ने जागरूकता अभियान चलाया. इस दौरान मानसिक रोगियों को किस प्रकार से अवसाद से बाहर निकाला जाए इसके संबंध में चर्चा की. डॉक्टरों ने कहा कि स्वस्थ जीवनशैली न अपनाने की वजह से ही आज छोटे बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक मानसिक रोग से ग्रस्त हैं.
नशीले पदार्थ लेने से युवाओं की जीवन शैली काफी गड़बड़ हो गई है
आज के समय में युवाओं को नशीले पदार्थ लेने और ठीक ढंग से खानपान न होने की वजह से जीवन शैली काफी गड़बड़ हो गई है. इसकी वजह से मानसिक बीमारियां उत्पन्न हो जाती हैं जिससे लोग गलत कदम उठा लेते हैं. इसके विषय में घर के अभिभावक को भी अपने बच्चों पर ध्यान देना होगा. आज के लोग बच्चों को पढ़ने के लिए हमेशा प्रेशर डालते रहते हैं. वहीं दूसरे के बच्चों के ज्यादा नंबर आने पर भी अभिभावक अपने बच्चों पर नाराज होते हैं. एकजुट होकर अपने आसपास के लोगों को मानसिक अवसाद से बचाने के लिए आगे आना होगा.
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मानसिक रोग के संबंध में बात करते हुए मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. प्रेम बहादुर गौतम ने कहा आज हम सभी के सामने लोगों को मानसिक रोग से निकालने की चुनौती है लोग तनाव में रहते हैं जिसकी वजह से वह मानसिक रूप से बीमार पड़ते रहते हैं इसकी वजह से लोग आत्महत्या तक कर ले रहे हैं.
-डॉ. प्रेम बहादुर गौतम, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक