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सोनभद्र: मानसिक रोगियों को ठीक करने के विषय में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस का आयोजन

उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर डॉक्टरों ने जागरूकता अभियान चलाया. डॉक्टरों ने कहा कि स्वस्थ जीवनशैली न अपनाने की वजह से ही आज छोटे बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक मानसिक रोग से ग्रस्त हैं.

विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस का आयोजन.
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Published : Oct 10, 2019, 11:22 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST

सोनभद्र: विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर संयुक्त जिला चिकित्सालय में बृहस्पतिवार को डॉक्टरों ने जागरूकता अभियान चलाया. इस दौरान मानसिक रोगियों को किस प्रकार से अवसाद से बाहर निकाला जाए इसके संबंध में चर्चा की. डॉक्टरों ने कहा कि स्वस्थ जीवनशैली न अपनाने की वजह से ही आज छोटे बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक मानसिक रोग से ग्रस्त हैं.

विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस का आयोजन.

नशीले पदार्थ लेने से युवाओं की जीवन शैली काफी गड़बड़ हो गई है

आज के समय में युवाओं को नशीले पदार्थ लेने और ठीक ढंग से खानपान न होने की वजह से जीवन शैली काफी गड़बड़ हो गई है. इसकी वजह से मानसिक बीमारियां उत्पन्न हो जाती हैं जिससे लोग गलत कदम उठा लेते हैं. इसके विषय में घर के अभिभावक को भी अपने बच्चों पर ध्यान देना होगा. आज के लोग बच्चों को पढ़ने के लिए हमेशा प्रेशर डालते रहते हैं. वहीं दूसरे के बच्चों के ज्यादा नंबर आने पर भी अभिभावक अपने बच्चों पर नाराज होते हैं. एकजुट होकर अपने आसपास के लोगों को मानसिक अवसाद से बचाने के लिए आगे आना होगा.

इसे भी पढ़ें:- हाथरसः जिला अस्पताल में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन

मानसिक रोग के संबंध में बात करते हुए मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. प्रेम बहादुर गौतम ने कहा आज हम सभी के सामने लोगों को मानसिक रोग से निकालने की चुनौती है लोग तनाव में रहते हैं जिसकी वजह से वह मानसिक रूप से बीमार पड़ते रहते हैं इसकी वजह से लोग आत्महत्या तक कर ले रहे हैं.
-डॉ. प्रेम बहादुर गौतम, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक

सोनभद्र: विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर संयुक्त जिला चिकित्सालय में बृहस्पतिवार को डॉक्टरों ने जागरूकता अभियान चलाया. इस दौरान मानसिक रोगियों को किस प्रकार से अवसाद से बाहर निकाला जाए इसके संबंध में चर्चा की. डॉक्टरों ने कहा कि स्वस्थ जीवनशैली न अपनाने की वजह से ही आज छोटे बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक मानसिक रोग से ग्रस्त हैं.

विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस का आयोजन.

नशीले पदार्थ लेने से युवाओं की जीवन शैली काफी गड़बड़ हो गई है

आज के समय में युवाओं को नशीले पदार्थ लेने और ठीक ढंग से खानपान न होने की वजह से जीवन शैली काफी गड़बड़ हो गई है. इसकी वजह से मानसिक बीमारियां उत्पन्न हो जाती हैं जिससे लोग गलत कदम उठा लेते हैं. इसके विषय में घर के अभिभावक को भी अपने बच्चों पर ध्यान देना होगा. आज के लोग बच्चों को पढ़ने के लिए हमेशा प्रेशर डालते रहते हैं. वहीं दूसरे के बच्चों के ज्यादा नंबर आने पर भी अभिभावक अपने बच्चों पर नाराज होते हैं. एकजुट होकर अपने आसपास के लोगों को मानसिक अवसाद से बचाने के लिए आगे आना होगा.

इसे भी पढ़ें:- हाथरसः जिला अस्पताल में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन

मानसिक रोग के संबंध में बात करते हुए मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. प्रेम बहादुर गौतम ने कहा आज हम सभी के सामने लोगों को मानसिक रोग से निकालने की चुनौती है लोग तनाव में रहते हैं जिसकी वजह से वह मानसिक रूप से बीमार पड़ते रहते हैं इसकी वजह से लोग आत्महत्या तक कर ले रहे हैं.
-डॉ. प्रेम बहादुर गौतम, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक

Intro:anchor.. विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर संयुक्त जिला चिकित्सालय सोनभद्र में आज डॉक्टरों ने जागरूकता अभियान चलाया इस दौरान मानसिक रोगियों को किस प्रकार से अवसाद से बाहर निकाला जाए इसके संबंध में चर्चा की डॉक्टरों ने कहा कि स्वस्थ जीवनशैली न अपनाने की वजह से ही आज छोटे बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक मानसिक रोग से ग्रस्त हैं


Body:vo.. मानसिक रोग के संबंध में बात करते हुए मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ प्रेम बहादुर गौतम ने कहा आज हम सभी के सामने लोगों को मानसिक रोग से निकालने की चुनौती है लोग तनाव में रहते हैं जिसकी वजह से वह मानसिक रूप से बीमार पड़ते रहते हैं इसकी वजह से लोग आत्महत्या तक कर ले रहे हैं


vo.. उन्होंने कहा कि दरअसल आज के युवाओं में नशीले पदार्थ लेने और ठीक ढंग से खानपान में होने की वजह से जीवन शैली काफी गड़बड़ हो गई है जिसकी वजह से और साथ के साथ ही साथ मानसिक बीमारियां उत्पन्न हो जाते हैं जिससे लोग गलत कदम उठा लेते हैं इसके विषय में घर के गार्जियंस को भी अपने बच्चों पर ध्यान देना होगा आज के लोग बच्चों को पढ़ने के लिए हमेशा प्रेशर डालते रहते हैं जिसकी वजह से कभी-कभी बच्चों और साथ में चले जाते हैं वही दूसरे के बच्चों के ज्यादा नंबर आने पर भी गार्जियंस अपने बच्चों पर नाराज होते हैं जिससे बच्चे कभी-कभी और साथ में चले जाते हैं इसलिए आज सभी को एकजुट होकर अपने आसपास के लोगों को मानसिक अवसाद से बचाने के लिए आगे आना होगा

byte... डॉक्टर प्रेम बहादुर गौतम मुख्य चिकित्सा अधीक्षक सोनभद्र


Conclusion:
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST
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