सोनभद्र: जिले के पिपरी क्षेत्र में रिहंद प्रखंड सिंचाई विभाग के ठेकेदार की मौत के बाद भी विभाग कमीशन खोरी के चलते भुगतान नहीं कर रहा है. दरअसल, मृतक का बेटा भुगतान के लिए तीन वर्षों से विभाग के चक्कर लगा रहा है, जबकि कोर्ट के आदेश के बावजूद विभाग भुगतान नहीं कर रहा है. ठेकेदार हीरालाल ने वर्ष 2012 में रिहंद बांध प्रखंड सिंचाई विभाग में ठेकेदारी का कार्य किया था, लेकिन कमीशन के चक्कर में विभाग ने वर्षों तक भुगतान नहीं किया.
साल 2012 में सोनभद्र के पिपरी क्षेत्र के निवासी हीरालाल ने रिहंद बांध प्रखंड सिंचाई विभाग पिपरी में ठेकेदारी का कार्य किया था. कमीशन खोरी के चलते कई वर्षों तक उनका भुगतान नहीं हुआ. साल 2017 में उनके कोर्ट जाने के पश्चात कोर्ट ने विभाग को ब्याज समेत छह लाख 88 हजार रुपये भुगतान का आदेश दिया, लेकिन विभाग ने कोर्ट के आदेश को नहीं माना और भुगतान नहीं दिया. इसी साल ठेकेदार की मौत भी हो गई.
ठेकेदार के बेटे संतोष कुमार का आरोप है कि 2017 से ही वह भुगतान के लिए विभाग के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन 15 फीसदी कमीशन की मांग उनसे की जा रही है. संतोष कुमार का आरोप है कि सहायक अभियंता ने उनसे कहा कि भुगतान दो किस्तों में किया जाएगा और पहली किस्त के बाद उन्हें 15 प्रतिशत कमीशन देना होगा, तभी दूसरी क़िस्त उन्हें दी जाएगी. साथ ही साथ उन्हें मूलधन का ब्याज भी नहीं दिया जाएगा.
वहीं विभाग के अधिशासी अभियंता पंकज पाणी शुक्ला का कहना है कि मृतक हीरालाल ने वर्ष 2010-11 में विभाग में ठेकेदारी की थी. जल विद्युत निगम द्वारा धनराशि ना उपलब्ध कराए जाने के कारण आज तक भुगतान नहीं हो सका. उनके प्रकरण मेरे संज्ञान में है. भुगतान की प्रक्रिया की जा रही है, लेकिन जब उनसे कमीशन मांगने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने साफ इनकार कर दिया और कहा कि अगर किसी विभागीय व्यक्ति ने कमीशन मांगा है तो जांच की जाएगी.