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सोनभद्रः बर्खास्तगी और FIR के बाद भी लेखपाल धरने पर डटे

यूपी के सोनभद्र में लेखपालों का धरना लगातार 12वें दिन भी जारी है. लेखपाल संघ के सदस्य अपने आठ सूत्रीय मांगों के साथ कलेक्ट्रेट पर धरना दे रहे हैं. इससे पहले सभी लेखपाल तहसीलों में धरना दे रहे थे.

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लेखपालों का प्रदर्शन जारी.
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Published : Dec 21, 2019, 10:59 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST

सोनभद्रः आठ सूत्री मांगों को लेकर लगातार जनपद के लेखपाल कलेक्ट्रेट परिसर में धरना दे रहे हैं. वहीं जनपद में धारा 144 और एस्मा कानून भी लागू है. हालांकि धरना देने की वजह से जिला प्रशासन ने 'नो वर्क नो पे' के तहत 13 लेखपालों को बर्खास्त और 114 लेखपालों की सर्विस ब्रेक कर दी है. साथ में लगभग 45 से अधिक पर मुकदमा भी किया गया है. इसके बावजूद लेखपाल अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं.

कलेक्ट्रेट पर धरना करते लेखपाल.

10 दिसंबर से लगातार जारी है धरना
जनपद के लेखपालों का धरना 10 दिसंबर से जारी है. इसमें तीन दिवसीय धरना जनपद के तीनों तहसीलों पर था. उसके बाद 13 दिसंबर से कलेक्ट्रेट परिसर में लगातार धरना दे रहे हैं. लेखपालों की मांग है कि एसीपी विसंगति को दूर किया जाए, प्रोन्नति दी जाए, पेंशन विसंगतियों को दूर किया जाए, भत्तों में वृद्धि की जाए और राजस्व लेखपाल का पद नाम परिवर्तित किया जाए. साथ में अन्य कार्य कराने पर उसके अनुसार भुगतान दिया जाए.

इसे भी पढ़ें- सोनभद्र: जिलाधिकारी ने 8 लेखपालों को किया बर्खास्त

लेखपाल संध के पदाधिकारी
लेखपाल संघ के जिला मंत्री विकास यादव का कहना है कि इसके संबंध में जिलाधिकारी को पहले से ही सूचित किया जा चुका है. उसके बावजूद 13 लेखपालों को बर्खास्त कर दिया है. 3 लेखपालों को निलंबित कर दिया है. 114 लेखपालों की सर्विस ब्रेक कर दी गई है और 45 पर एफआईआर दर्ज करा कर गिरफ्तारियां करवाना शुरू कर रहे हैं.

लेखपाल संघ के जिला अध्यक्ष का कहना है कि हम लोगों का आंदोलन आठ सूत्री मांगों को लेकर है. सरकार ने वादा पूरा करने के लिए कहा था, लेकिन पूरा नहीं किया. इसलिए हम लोग आंदोलित हैं. धारा 144 से पहले हमने सरकार को चेताया था यदि हमारी मांगें नहीं मानी जाएंगी तो आंदोलन करेंगे.

सोनभद्रः आठ सूत्री मांगों को लेकर लगातार जनपद के लेखपाल कलेक्ट्रेट परिसर में धरना दे रहे हैं. वहीं जनपद में धारा 144 और एस्मा कानून भी लागू है. हालांकि धरना देने की वजह से जिला प्रशासन ने 'नो वर्क नो पे' के तहत 13 लेखपालों को बर्खास्त और 114 लेखपालों की सर्विस ब्रेक कर दी है. साथ में लगभग 45 से अधिक पर मुकदमा भी किया गया है. इसके बावजूद लेखपाल अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं.

कलेक्ट्रेट पर धरना करते लेखपाल.

10 दिसंबर से लगातार जारी है धरना
जनपद के लेखपालों का धरना 10 दिसंबर से जारी है. इसमें तीन दिवसीय धरना जनपद के तीनों तहसीलों पर था. उसके बाद 13 दिसंबर से कलेक्ट्रेट परिसर में लगातार धरना दे रहे हैं. लेखपालों की मांग है कि एसीपी विसंगति को दूर किया जाए, प्रोन्नति दी जाए, पेंशन विसंगतियों को दूर किया जाए, भत्तों में वृद्धि की जाए और राजस्व लेखपाल का पद नाम परिवर्तित किया जाए. साथ में अन्य कार्य कराने पर उसके अनुसार भुगतान दिया जाए.

इसे भी पढ़ें- सोनभद्र: जिलाधिकारी ने 8 लेखपालों को किया बर्खास्त

लेखपाल संध के पदाधिकारी
लेखपाल संघ के जिला मंत्री विकास यादव का कहना है कि इसके संबंध में जिलाधिकारी को पहले से ही सूचित किया जा चुका है. उसके बावजूद 13 लेखपालों को बर्खास्त कर दिया है. 3 लेखपालों को निलंबित कर दिया है. 114 लेखपालों की सर्विस ब्रेक कर दी गई है और 45 पर एफआईआर दर्ज करा कर गिरफ्तारियां करवाना शुरू कर रहे हैं.

लेखपाल संघ के जिला अध्यक्ष का कहना है कि हम लोगों का आंदोलन आठ सूत्री मांगों को लेकर है. सरकार ने वादा पूरा करने के लिए कहा था, लेकिन पूरा नहीं किया. इसलिए हम लोग आंदोलित हैं. धारा 144 से पहले हमने सरकार को चेताया था यदि हमारी मांगें नहीं मानी जाएंगी तो आंदोलन करेंगे.

Intro:anchor..आठ सूत्री मांगों को लेकर लगातार जनपद के लेखपाल कलेक्ट्रेट परिसर में धरना दे रहे हैं जबकि जनपद में धारा 144 और एस्मा कानून भी लागू है हालांकि धरना देने की वजह से जिला प्रशासन ने नो वर्क नो पे दर्जनों लेखपाल को बर्खास्त और सैकड़ों लेखपालों की सर्विस ब्रेक कर दी है साथ में लगभग चार दर्जन पर मुकदमा भी दर्ज करवा दिया है इसके बावजूद भी लगातार लेखपाल अपनी मांगों को लेकर आने हैं और धरना दे रहे हैं


Body:vo.. जनपद के लेखपालों का धरना 10 दिसंबर से शुरू हुआ था जिसमें तीन दिवसीय धरना जनपद के तीनों तहसीलों पर था उसके बाद 13 दिसंबर से कलेक्ट्रेट परिसर में लगातार धरना दे रहे हैं लेखपालों की मांग है कि एसीपी विसंगति को दूर किया जाए वेतन का उच्चारण किया जाए प्रोन्नति दी जाए पेंशन विसंगतियों को दूर किया जाए भक्तों में वृद्धि की जाए और राजस्व लेखपाल का पद नाम परिवर्तित किया जाए साथ में अन्य कार्य कराने पर उनको उसके अनुसार भुगतान दिया जाए

vo.. धरना दे रहे लेखपाल संघ के जिला मंत्री विकास यादव का कहना है कि आज धरने का ब्राह्मण दिन है हम लोग लगातार धरना दे रहे हैं पूरे उत्तर प्रदेश में यह जोर शोर से चल रहा है जिसके संबंध में जिलाधिकारी को पता है उसके बावजूद अपने आपको तीरंदाज और सर्वोच्च दिखाने के लिए 13 लेखपालों को बर्खास्त कर दिया है 3 लेखपालों को निलंबित कर दिया गया है 114 लेखपालों की सर्विस ब्रेक कर दी गई है और 45 पर एफ आई आर दर्ज करा कर गिरफ्तारियां करवाना शुरू कर रहे हैं इसलिए समस्त लेखपालों ने निर्णय लिया है प्रत्येक लेखपाल बर्खास्त होने के बाद भी अपनी मांग मांगे जाने तक अधिक रहेगा और अंतिम दिन तक आंदोलन करता रहेगा जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होंगी

बाइट डॉ विकास कुमार यादव जिला मंत्री लेखपाल संघ सोनभद्र


Conclusion:vo.. वहीं धरने की विषय में लेखपाल संघ के जिला अध्यक्ष का कहना है कि हम लोगों का आंदोलन आठ सूत्री मांगों के लिए चलाया जा रहा है जो मांगे लेखपाल संघ ने रखी थी सरकार ने वादा पूरा करने के लिए कहा था लेकिन पूरा नहीं किया कई बार उन्होंने सैद्धांतिक सहमति दी लेकिन उस पर कोई शासनादेश जारी नहीं किया इसलिए हम लोग कई बार अपनी मांगे सरकार के समक्ष रखें और उनसे वार्ता हुई लेकिन सरकार उसको पूरा नहीं कर रही है अनदेखी कर रही है इसलिए हम लोग आंदोलित हैं धारा 144 से पहले हमने सरकार को चेताया था यदि हमारी मांगे नहीं मानी जाएंगी तो आंदोलन करेंगे उत्तर प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन द्वारा उत्पीड़न की कार्यवाही की जा रही है जिसमें बर्खास्तगी निलंबन और साथ ही वेतन रोके जाने का आदेश हुआ

बाइट राम आसरे जिलाध्यक्ष लेखपाल संघ सोनभद्र
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST
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