सोनभद्र: जिले में पिछले कुछ दिनों से कई इकाइयों की बंदी झेल रही ओबरा तापीय परियोजना की चार इकाइयों के शुरू हो जाने से बिजली उत्पादन 600 मेगावाट तक पहुंच चुका है. मंगलवार दोपहर परियोजना से बिजली उत्पादन 670 मेगावाट तक पहुंच गया था. मंगलवार को परियोजना की नौवीं इकाई से 159 मेगावाट, 10वीं इकाई से 167 मेगावाट, 11वीं से 174 मेगावाट और 12वीं इकाई से 170 मेगावाट उत्पादन हो रहा था. बता दें कि 23 सितंबर को परियोजना की तीन इकाईयां नौवीं, दसवीं और 12वीं इकाई बंद हो गईं थीं. इसके बाद 27 सितंबर को 11वीं इकाई भी बंद हो गई थी. अब सभी इकाइयों के चालू होने से बिजली उत्पादन बढ़ रहा है.
बिजली की बढ़ती मांग को देखते हुए ओबरा की इकाइयों से अपेक्षित उत्पादन से विद्युत संकट में राहत मिली है. पिछले सप्ताह चार दिनों हुई बारिश के कारण बिजली की मांग में लगभग पांच हजार मेगावाट तक की कमी दर्ज की गई थी. अब पिछले तीन दिनों से तापमान में वृद्धि हुई है. इसके कारण मांग में पुन: वृद्धि शुरू हो गई है.
ओबरा बिजली परियोजना के मुख्य महाप्रबंधक रविप्रकाश सक्सेना ने बताया कि पीक ऑवर के दौरान मांग में लगभग तीन हजार मेगावाट के करीब वृद्धि हुई है. सोमवार पीक ऑवर के दौरान अधिकतम मांग 21228 मेगावाट दर्ज की गई. इस दौरान 220 मेगावाट की आपात कटौती भी करनी पड़ी. बीते 23 सितंबर को अधिकतम बिजली की मांग लुढ़क कर 18697 मेगावाट आ गई थी. अब प्रदेश में मानसून में आए ठहराव के साथ बारिश लगभग बंद हो गई है, जिसके कारण मांग बढ़ती ही जा रही है.
वर्तमान में उत्पादन निगम की इकाइयों से 3287 मेगावाट और निजी इकाइयों से 5166 मेगावाट उत्पादन हो रहा था. उधर जलविद्युत इकाइयों से कुल 237 मेगावाट उत्पादन हो रहा था. इस तरह कुल बिजली उत्पादन पूरे जिले में लगभग 8700 मेगावाट का बिजली उत्पादन हो रहा था.
इसे भी पढ़ें- सोनभद्र: कांशीराम आवास खाली कराने पर भड़के कब्जाधारी, किया प्रदर्शन