सोनभद्र: बहुचर्चित उम्भा गोलीकांड को हुए 17 जुलाई को एक वर्ष पूरा हो जाएगा. इसी के मद्देनदर मंगलवार को डीएम एस राजलिंगम और एसपी आशीष श्रीवास्तव ने उम्भा गांव का दौरा किया. उन्होंने स्थानीय लोगों से बातचीत की. साथ ही पट्टा की हुई जमीनों के विषय में भी जानकारी ली.
उन्होंने स्थानीय लोगों को उम्भा कांड के एक वर्ष पूरे होने पर किसी भी प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करने के लिए रोक लगाई. साथ ही कहा कि कोई भी बाहरी व्यक्ति अगर यहां आता है तो उसको आने से मना किया जाए. प्रशासन को इस विषय में सूचित किया जाए. डीएम एस राजलिंगम और एसपी आशीष श्रीवास्तव ने गांव में ग्रामीणों को दी गयी जमीन और कब्जा का स्थलीय निरीक्षण किया. ग्रामीणों के साथ डीएम और एसपी ने बैठक कर उनसे जानकारी प्राप्त की. जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने स्थानीय लोगों की बैठक के उपरांत ग्रामीणों को दिये गये पट्टे के विषय में जानकारी ली. उन्होंने उप जिला अधिकारी घोरावल और तहसीलदार घोरावल को जरूरी दिशा-निर्देश भी दिये. उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि आवंटित जमीन के कब्जे से कोई भी ग्रामीण वंचित न रहे. इस दौरान डीएम एस राजलिंगम, पुलिस अधीक्षक आशीष श्रीवास्तव, उपजिलाधिकारी घोरावल जैनेंद्र सिंह, क्षेत्राधिकारी आशीष यादव और तहसीलदार विकास पांडेय सहित अधिकारी, कर्मचारी व स्थानीय लोग मौजूद रहे.
क्या था उम्भा गोलीकांड
बता दें कि दरअसल पिछले वर्ष 2019 में 17 जुलाई को जमीन विवाद को लेकर उंभा में गोलीकांड हुआ था. गोलीकांड में 11 लोगों की मौत हो गयी थी. 27 लोग घायल हो गए थे. उम्भा गोलीकांड के एक वर्ष पूरे होने पर कांग्रेस कार्यकर्ता बरसी मनाना चाहते हैं, लेकिन प्रशासन ने उम्भा गोलीकांड की बरसी मनाने पर रोक लगा दिया है. जनपद में लागू धारा 144 और कोविड 19 के मद्देनजर प्रशासन ने भीड़ एकत्रित होने पर रोक लगाई है.