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सोनभद्र: संचारी रोगों की रोकथाम के लिए डीएम ने दिए निर्देश

यूपी के सोनभद्र में शनिवार को डीएम एस राज लिंगम ने संचारी रोगों की रोकथाम को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक में उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के बचाव को ध्यान में रखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जाए. साथ ही संचारी रोग नियंत्रण अभियान और दस्तक अभियान को मूर्त रूप दिया जाए.

dm s raj lingam Instructed to officials
सोनभद्र डीएम ने अधिकारियों के साथ की बैठक
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Published : Jun 27, 2020, 8:26 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST

सोनभद्र: संचारी रोग की रोकथाम के लिए डीएम एस राज लिंगम ने शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में अधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक में उन्होंने एक योजना बनाई और अधिकारियों को उसका सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया. इस दौरान डीएम ने कहा कि कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जाए. साथ ही संचारी रोग नियंत्रण अभियान और दस्तक अभियान को मूर्त रूप दिया जाए.

1 से 15 जुलाई तक संचारी रोग नियंत्रण अभियान और 16 से 31 जुलाई तक चलने वाले दस्तक अभियान की बेहतर कार्ययोजना तैयार करें. इसके बाद सहयोगी विभागों से अपेक्षित मदद लेकर अभियान को सफल बनाया जाए. वहीं डीएम ने कहा कि इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बरतने पर संबंधित अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

लोगों को किया जाएगा जागरूक
संचारी रोग नियंत्रण अभियान और दस्तक अभियान को लेकर जिला स्तरीय बैठक में डीएम ने कहा कि मानव जीवन अनमोल है. संचारी रोगों से बचाव के लिए सबसे पहले साफ-सफाई और इस सीजन में डेंगू बुखार से बचाव के लिए मच्छरों से बचाव किया जाए. जिन मच्छरों के काटने से डेंगू बुखार होता है, वह मच्छर साफ पानी में रहते हैं और दिन में ही काटते हैं. लिहाजा अभियान चलाकर नागरिकों को जागरूक किया जाए कि घर में जमा होने वाले पानी- जैसे कूलर का पानी, गमले का पानी, टायर और टूटे-फूटे बर्तनों में बरसात का पानी जमा हो, उस पानी को हटा दें.

लक्षण होने पर तुरंत इलाज करवाएं
संचारी रोग अक्सर लापरवाही और गंदगी से फैलता है. लिहाजा शुद्ध पानी का इस्तेमाल किया जाए. खांसी, जुकाम और तेज बुखार होने पर तुरंत स्थानीय सरकारी अस्पतालों की आकस्मिक चिकित्सा सेवा केन्द्र पर जाकर दिखाएं. जरूरत पड़ने पर सरकारी एम्बुलेंस को बुलाकर इलाज कराएं. उन्होंने कहा कि संचारी रोग से जुड़े सभी लक्षणों के बारे में आशा, एनएनएएम, आंगनबाड़ी, सफाईकर्मी आदि के माध्यम से नागरिकों में व्यापक प्रचार-प्रसार कराएं. वहीं इसके लक्षण पाए जाने पर इलाज करवाएं.

संचारी रोग के प्रति किया जाए जागरूक
बरसात के मौसम में संचारी रोग के पनपने की ज्यादा संभावना होती है. लिहाजा शासन की मंशा के अनुरूप संचारी रोग नियंत्रण अभियान और दस्तक अभियान के माध्यम से जिले के नागरिकों को सुरक्षित रखें. पंचायत राज विभाग के सहयोग से नागरिकों में साफ-सफाई के लिए हैंडवॉश और अन्य विभागों के सहयोग से सैनिटाइजेशन और मास्क के इस्तेमाल के प्रति व्यापक रूप से लोगों को जागरूक किया जाए. जन जागरूकता ही संचारी रोग से बचाव के साधन है. मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. एसके ने कहा कि संचारी रोग नियंत्रण और दस्तक अभियान की तैयारियां पूरी कर ली गई है. समयबद्ध तरीके से अभियान को सहयोगी विभाग के मदद से सफल बनाया जाएगा.

बैठक में डीएम एस राजलिंगम के अलावा मुख्य विकास अधिकारी अजय कुमार द्विवेदी, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. एसके उपाध्याय, प्रभागीय वनाधिकारी संजीव कुमार सिंह, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. बीके अग्रवाल, डाॅ. सलील श्रीवास्तव, जिला पंचायत राज अधिकारी धनंजय जायसवाल, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डाॅ. गोरखनाथ पटेल, जिला मलेरिया अधिकारी सहित अन्य संबंधित विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे.

सोनभद्र: संचारी रोग की रोकथाम के लिए डीएम एस राज लिंगम ने शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में अधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक में उन्होंने एक योजना बनाई और अधिकारियों को उसका सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया. इस दौरान डीएम ने कहा कि कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जाए. साथ ही संचारी रोग नियंत्रण अभियान और दस्तक अभियान को मूर्त रूप दिया जाए.

1 से 15 जुलाई तक संचारी रोग नियंत्रण अभियान और 16 से 31 जुलाई तक चलने वाले दस्तक अभियान की बेहतर कार्ययोजना तैयार करें. इसके बाद सहयोगी विभागों से अपेक्षित मदद लेकर अभियान को सफल बनाया जाए. वहीं डीएम ने कहा कि इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बरतने पर संबंधित अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

लोगों को किया जाएगा जागरूक
संचारी रोग नियंत्रण अभियान और दस्तक अभियान को लेकर जिला स्तरीय बैठक में डीएम ने कहा कि मानव जीवन अनमोल है. संचारी रोगों से बचाव के लिए सबसे पहले साफ-सफाई और इस सीजन में डेंगू बुखार से बचाव के लिए मच्छरों से बचाव किया जाए. जिन मच्छरों के काटने से डेंगू बुखार होता है, वह मच्छर साफ पानी में रहते हैं और दिन में ही काटते हैं. लिहाजा अभियान चलाकर नागरिकों को जागरूक किया जाए कि घर में जमा होने वाले पानी- जैसे कूलर का पानी, गमले का पानी, टायर और टूटे-फूटे बर्तनों में बरसात का पानी जमा हो, उस पानी को हटा दें.

लक्षण होने पर तुरंत इलाज करवाएं
संचारी रोग अक्सर लापरवाही और गंदगी से फैलता है. लिहाजा शुद्ध पानी का इस्तेमाल किया जाए. खांसी, जुकाम और तेज बुखार होने पर तुरंत स्थानीय सरकारी अस्पतालों की आकस्मिक चिकित्सा सेवा केन्द्र पर जाकर दिखाएं. जरूरत पड़ने पर सरकारी एम्बुलेंस को बुलाकर इलाज कराएं. उन्होंने कहा कि संचारी रोग से जुड़े सभी लक्षणों के बारे में आशा, एनएनएएम, आंगनबाड़ी, सफाईकर्मी आदि के माध्यम से नागरिकों में व्यापक प्रचार-प्रसार कराएं. वहीं इसके लक्षण पाए जाने पर इलाज करवाएं.

संचारी रोग के प्रति किया जाए जागरूक
बरसात के मौसम में संचारी रोग के पनपने की ज्यादा संभावना होती है. लिहाजा शासन की मंशा के अनुरूप संचारी रोग नियंत्रण अभियान और दस्तक अभियान के माध्यम से जिले के नागरिकों को सुरक्षित रखें. पंचायत राज विभाग के सहयोग से नागरिकों में साफ-सफाई के लिए हैंडवॉश और अन्य विभागों के सहयोग से सैनिटाइजेशन और मास्क के इस्तेमाल के प्रति व्यापक रूप से लोगों को जागरूक किया जाए. जन जागरूकता ही संचारी रोग से बचाव के साधन है. मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. एसके ने कहा कि संचारी रोग नियंत्रण और दस्तक अभियान की तैयारियां पूरी कर ली गई है. समयबद्ध तरीके से अभियान को सहयोगी विभाग के मदद से सफल बनाया जाएगा.

बैठक में डीएम एस राजलिंगम के अलावा मुख्य विकास अधिकारी अजय कुमार द्विवेदी, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. एसके उपाध्याय, प्रभागीय वनाधिकारी संजीव कुमार सिंह, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. बीके अग्रवाल, डाॅ. सलील श्रीवास्तव, जिला पंचायत राज अधिकारी धनंजय जायसवाल, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डाॅ. गोरखनाथ पटेल, जिला मलेरिया अधिकारी सहित अन्य संबंधित विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे.

Last Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST
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