सोनभद्र: रमजान के आखिरी शुक्रवार को अलविदा की नमाज को लेकर जिलाधिकारी यशराज लिंगम और पुलिस अधीक्षक आशीष श्रीवास्तव ने कलेक्ट्रेट सभागार में मुस्लिम धर्मगुरुओं के साथ बैठक की. इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि कि सभी मुस्लिम नागरिक अपने घरों पर आखिरी जुमे की नमाज पढ़ें और इसी तरह से ईद की नमाज भी अपने घरों पर सामाजिक दूरी बनाकर पढ़ें.
जिलाधिकारी ने कहा कि जान है, तो जहान है. केंद्र और प्रदेश सरकार की ओर से लागू लाॅकडाउन की स्थिति में सार्वजनिक रूप से धार्मिक क्रियाकलापों को करने की अनुमति नहीं है इसीलिए लाॅकडाउन का पालन करें. इस दौरान जिलाधिकारी ने तारीफ करते हुए कहा कि जिले में लाॅकडाउन के दौरान जिला प्रशासन को मिल रहा सहयोग काबिले तारीफ है.
जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस समय पूरा देश लाॅकडाउन की स्थिति से गुजर रहा है और हर प्रदेश सरकार व प्रशासन अपने लोगों को इस महामारी के संक्रमण से बचाने में युद्ध स्तर पर लगे हुए हैं. कोविड-19 ऐसा वायरस है, जो एक दूसरे के सम्पर्क से फैलता है, जिसके मद्देनजर मस्जिदों में नमाज पढ़ने पर पाबंदी लगाई गई है. एक कोरोना संक्रमित व्यक्ति हजारों इंसानों को संक्रमित कर सकता है.
ऐसी परिस्थिति में जरूरी है कि मुसलमान बन्धु अपने-अपने घरों में ही रहकर पांचों वक्त की नमाज अदा करने के साथ ही सहरी व इफ्तार अपने घरों पर ही करते रहें. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. जिला प्रशासन रोजेदारों का हर समय सहयोग करने के लिए तत्पर है. घरों में रहने के लिए अपने समुदाय के लोगों को कहें और जागरूक करें.
सोनभद्र: DM और SP ने ईद को लेकर मुस्लिम धर्मगुरुओं के साथ की बैठक - डीएम एसपी की मुस्लिम धर्मगुरुओं के साथ मीटिंग
सोनभद्र जिले में ईद को लेकर डीएम और एसपी ने मुस्लिम धर्मगुरुओं के साथ मीटिंग की. मीटिंग में उन्होंने मुस्लिम धर्मगुरुओं से कहा कि कोरोना महामरी के मद्देनजर घर पर ही नमाज अदा करें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते रहें.
![सोनभद्र: DM और SP ने ईद को लेकर मुस्लिम धर्मगुरुओं के साथ की बैठक मुस्लिम धर्मगुरुओं के साथ डीएम एसपी की मीटिंग](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-7229646-182-7229646-1589679896868.jpg?imwidth=3840)
सोनभद्र: रमजान के आखिरी शुक्रवार को अलविदा की नमाज को लेकर जिलाधिकारी यशराज लिंगम और पुलिस अधीक्षक आशीष श्रीवास्तव ने कलेक्ट्रेट सभागार में मुस्लिम धर्मगुरुओं के साथ बैठक की. इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि कि सभी मुस्लिम नागरिक अपने घरों पर आखिरी जुमे की नमाज पढ़ें और इसी तरह से ईद की नमाज भी अपने घरों पर सामाजिक दूरी बनाकर पढ़ें.
जिलाधिकारी ने कहा कि जान है, तो जहान है. केंद्र और प्रदेश सरकार की ओर से लागू लाॅकडाउन की स्थिति में सार्वजनिक रूप से धार्मिक क्रियाकलापों को करने की अनुमति नहीं है इसीलिए लाॅकडाउन का पालन करें. इस दौरान जिलाधिकारी ने तारीफ करते हुए कहा कि जिले में लाॅकडाउन के दौरान जिला प्रशासन को मिल रहा सहयोग काबिले तारीफ है.
जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस समय पूरा देश लाॅकडाउन की स्थिति से गुजर रहा है और हर प्रदेश सरकार व प्रशासन अपने लोगों को इस महामारी के संक्रमण से बचाने में युद्ध स्तर पर लगे हुए हैं. कोविड-19 ऐसा वायरस है, जो एक दूसरे के सम्पर्क से फैलता है, जिसके मद्देनजर मस्जिदों में नमाज पढ़ने पर पाबंदी लगाई गई है. एक कोरोना संक्रमित व्यक्ति हजारों इंसानों को संक्रमित कर सकता है.
ऐसी परिस्थिति में जरूरी है कि मुसलमान बन्धु अपने-अपने घरों में ही रहकर पांचों वक्त की नमाज अदा करने के साथ ही सहरी व इफ्तार अपने घरों पर ही करते रहें. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. जिला प्रशासन रोजेदारों का हर समय सहयोग करने के लिए तत्पर है. घरों में रहने के लिए अपने समुदाय के लोगों को कहें और जागरूक करें.