सोनभद्र: वैश्विक महामारी कोविड-19 के संक्रमण के मद्देनजर जनपद में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से पोषाहार वितरण की शुरुआत हो चुकी है. यह कार्यक्रम 3 सितंबर तक चलेगा. इस दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर रोस्टर के मुताबिक, पात्र लाभार्थियों को पोषाहार वितरण करेंगी. पोषाहार के माध्यम से गर्भवती महिलाओं, किशोरियों एवं बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने और उन्हें सशक्त बनाया जा सकेगा.
आंगनबाड़ी केंद्रों पर भीड़ इकट्ठा न हो, जिसके मद्देनजर कोविड-19 के चलते आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर पात्र लाभार्थियों को पोषाहार उपलब्ध करा रहे हैं. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता जनपद में बच्चों, गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को घर-घर जाकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अनुपूरक पोषाहार वितरित करने में आज से जुट गई हैं. वितरण का कार्य ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम प्रधान एवं शहरीय क्षेत्रों में सभासद की उपस्थिति में होगा. पोषाहार वितरण का परीक्षण क्षेत्रीय मुख्य सेविका एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी के द्वारा किया जाएगा. जनपद में कुल 2079 आंगनबाड़ी केंद्र हैं. सभी केंद्रों पर 2,12,841 लाभार्थियों का पोषाहार का वितरण आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर करेंगी.
इस संबंध में जिला कार्यक्रम अधिकारी अजीत कुमार सिंह ने बताया कि रोस्टर के अनुसार, आज से लेकर 3 सितंबर तक जनपद में अनुपूरक पोषाहार का वितरण किया जाएगा. इसकी शुरुआत की जा चुकी है. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता लाभार्थियों के घर-घर जाकर पुष्टाहार का वितरण करेंगे. पोषाहार वितरण के दौरान पूरी पारदर्शिता रखी जाएगी और लाभार्थियों उनके परिजनों से पोषाहार प्राप्त होने के बाद हस्ताक्षर भी करवाया जाएगा. इसके अलावा लाभार्थियों को पोषाहार से बनने वाले व्यंजनों के बारे में भी बताया जाएगा. यह भी बताया जाएगा कि पुष्टाहार बच्चों, गर्भवती एवं धात्री माताओं के स्वास्थ्य एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में काफी कारगर है.
उन्होंने बताया कि कोविड-19 के मद्देनजर पोषाहार वितरण के लिए सुरक्षा एवं सजगता बहुत ही आवश्यक है. ऐसे में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कोविड-19 के प्रोटोकॉल को पालन करते हुए पोषाहार का वितरण करेंगी. साथ में लाभार्थियों एवं उनके परिजनों को कोरोनावायरस से बचाव के लिए भी जागरूक करेंगी.