सोनभद्र : पुलिस ने कई साल से फरार चल रहे दो हार्डकोर नक्सलियों को गिरफ्तार किया है. दोनों दुर्दांत नक्सली हैं. ये कई घटनाओं में शामिल रहे हैं. वर्ष 2003 में बमबाजी की घटना में भी इनके नाम सामने आए थे. दोनों फरार चल रहे थे. बलिया में नक्सली गिरोह के खुलासे के बाद जिले की पुलिस ने भी नक्सलियों पर शिकंजा कसा है.
बम-विस्फोट की घटना में थे शामिल : वर्ष 2003 में नक्सलियों के संगठन पीपुल्स वार ग्रुप द्वारा बमबाजी की घटना कोन थाना क्षेत्र के चकरिया क्षेत्र में की गई थी. इसमें कुछ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. कोन थाने में धारा 307, 336, 435, 427, 504 भादवि व 7 सीएलए एक्ट का अभियोग पंजीकृत किया गया था. घटना में नक्सली छोटेलाल (46) पुत्र जमुना निवासी ग्राम बांकी, थाना मांची, जनपद सोनभद्र, आदित्य (35) पुत्र डेमन निवासी तिलोखर, थाना चिउटिया जनपद रोहतास, बिहार शामिल रहे थे. दोनों काफी दिनों से फरार चल रहे थे. दोनों नक्सलियों की संपत्ति कुर्क करने के आदेश भी जारी हो चुके थे. एसपी डॉ. यशवीर सिंह ने बताया कि एक नक्सली को रोहतास, बिहार सेे जबकि दूसरे को मांची थानाा क्षेत्र के बाकी गांव से गिरफ्तार किया गया.
जमानत के बाद कोर्ट में नहीं हुए पेश : बम विस्फोट की घटना में दोनों नक्सली शामिल थे, इन्हें गिरफ्तार तो जरूर किया गया लेकिन जमानत मिलने के बाद दोनों न्यायालय में पेश नहीं हो रहे थे. पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए लगभग 18 वर्षों बाद इन्हें गिरफ्तार कर लिया. बलिया जिले में हाल में ही नक्सली नेटवर्क को संचालित करने वाले गिरोह की गिरफ्तारी के बाद सोनभद्र पुलिस भी नक्सली फ्रंट के खिलाफ अभियान चला रही है. इसी क्रम में दोनों नक्सलियों को पकड़ा गया.
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