सोनभद्र: उत्तर प्रदेश सरकार ने बटाई और कांट्रैक्ट पर खेती करने वाले किसानों के लिए एक बड़ा तोहफा दिया है. अभी तक बटाई पर खेती करने वाले किसान डायरेक्ट धान क्रय केंद्रों पर जाकर नहीं बेच पाते थे और जो धान बेचते थे. उसका पैसा जिसका खेत होता था उसके खाते में आता था, जिससे किसानों को काफी ज्यादा समस्याएं होती थी. वहीं इस योजना के लागू होने से बटाई पर खेती करने वाले किसानों का काफी फायदा होगा.
अब 100 क्विंटल तक की उपज डायरेक्ट बेच पाएंगे
बटाई और कांट्रैक्ट पर खेती करने वाले किसान अब 100 क्विंटल तक की उपज डायरेक्ट बेच पाएंगे, लेकिन इसके लिए बटाई पर खेती करने वाले किसानों के लिए कुछ शर्तें रखी गई हैं. इसके तहत बटाई पर खेती करने वाले किसान और जिसका खेत होगा वह एक ही गांव के होंगे. साथ में सरकार की तरफ से किसानों के लिए एक प्रोफार्मा बनाया गया है, जिसमें जिसका खेत होगा और खेती करने वाले किसान को उसको भरना होगा.
गांव का लेखपाल करेगा सत्यापन
उसके बाद उस गांव का लेखपाल इसको सत्यापन करेगा, जिसके बाद किसान अपना बैंक डिटेल और उस प्रोफार्मा को लगाकर रजिस्ट्रेशन करवाएगा. किसान सीधा धान क्रय केंद्र पर जाकर अपना धान बेच पाएगा और बटाई पर खेती करने वाले किसान के खाते में सीधा पैसा सरकारी खाते से आ जाएगा.
पहली बार लागू हुआ नियम
दरअसल पहली बार यूपी सरकार ने बटाई पर खेती करने वाले किसानों के लिए यह नियम लागू किया है. इसके पहले जो किसान बटाई पर खेती करते थे उनको अपने धान बेचने के लिए बिचौलियों की मदद लेनी पड़ती थी. नहीं तो जिस की खेती होती थी उसी की खतौनी पर ध्यान बेचना पड़ता था.
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सीधे खाते में आएंगे पैसे
इसकी वजह से उनको बार-बार चक्कर लगाना पड़ता था. वहीं पैसा भी जिसकी खतौनी होती थी उसी के बैंक खाते में आता था. इससे किसान को कभी-कभी काफी ज्यादा समस्या का सामना करना पड़ता था. हालांकि यह नियम लागू हो जाने से बटाई पर खेती करने वाले किसानों के लिए काफी फायदा होगा और उनको फालतू की भागदौड़ नहीं करनी पड़ेगी.
इस बार की खरीद में नई चीज यह है कि बटाई पर खेती करने वाले और धान कॉन्ट्रैक्ट पर खेती करने वाले किसानों की खरीद की व्यवस्था की गई है, जिसके तहत बटाई पर खेती करने वाला किसान 100 क्विंटल तक क्रय केंद्रों पर जाकर बिक्री कर पाएगा और यह पैसा सीधा बटाई पर खेती करने वाले किसान के खाते में आएगा.
-देवेंद्र प्रताप सिंह, जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी