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सोनभद्र: बटाई पर खेती करने वाले किसानों के लिए तोहफा, बेच पाएंगे डायरेक्ट धान - उत्तर प्रदेश सरकार

यूपी सरकार ने बटाई और कांट्रैक्ट पर खेती करने वाले किसानों के लिए तोहफा दिया है. अब ऐसे किसान डायरेक्ट धान केंद्रों पर जाकर धान बेच सकेंगे. इसके लिए बटाई पर खेती करने वाले किसानों के लिए कुछ शर्तें रखी गई हैं.

बटाई पर खेती करने वाले किसानों के लिए तोहफा
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Published : Nov 22, 2019, 11:20 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST

सोनभद्र: उत्तर प्रदेश सरकार ने बटाई और कांट्रैक्ट पर खेती करने वाले किसानों के लिए एक बड़ा तोहफा दिया है. अभी तक बटाई पर खेती करने वाले किसान डायरेक्ट धान क्रय केंद्रों पर जाकर नहीं बेच पाते थे और जो धान बेचते थे. उसका पैसा जिसका खेत होता था उसके खाते में आता था, जिससे किसानों को काफी ज्यादा समस्याएं होती थी. वहीं इस योजना के लागू होने से बटाई पर खेती करने वाले किसानों का काफी फायदा होगा.

अब 100 क्विंटल तक की उपज डायरेक्ट बेच पाएंगे
बटाई और कांट्रैक्ट पर खेती करने वाले किसान अब 100 क्विंटल तक की उपज डायरेक्ट बेच पाएंगे, लेकिन इसके लिए बटाई पर खेती करने वाले किसानों के लिए कुछ शर्तें रखी गई हैं. इसके तहत बटाई पर खेती करने वाले किसान और जिसका खेत होगा वह एक ही गांव के होंगे. साथ में सरकार की तरफ से किसानों के लिए एक प्रोफार्मा बनाया गया है, जिसमें जिसका खेत होगा और खेती करने वाले किसान को उसको भरना होगा.

जानकारी देते जिला एवं खाद्य विपणन अधिकारी.

गांव का लेखपाल करेगा सत्यापन
उसके बाद उस गांव का लेखपाल इसको सत्यापन करेगा, जिसके बाद किसान अपना बैंक डिटेल और उस प्रोफार्मा को लगाकर रजिस्ट्रेशन करवाएगा. किसान सीधा धान क्रय केंद्र पर जाकर अपना धान बेच पाएगा और बटाई पर खेती करने वाले किसान के खाते में सीधा पैसा सरकारी खाते से आ जाएगा.

पहली बार लागू हुआ नियम
दरअसल पहली बार यूपी सरकार ने बटाई पर खेती करने वाले किसानों के लिए यह नियम लागू किया है. इसके पहले जो किसान बटाई पर खेती करते थे उनको अपने धान बेचने के लिए बिचौलियों की मदद लेनी पड़ती थी. नहीं तो जिस की खेती होती थी उसी की खतौनी पर ध्यान बेचना पड़ता था.

ये भी पढ़ें- सोनभद्र: यूपी सरकार की आसान किश्त योजना, 4 किलोवाट तक के उपभोक्ताओं को मिलेगा लाभ

सीधे खाते में आएंगे पैसे
इसकी वजह से उनको बार-बार चक्कर लगाना पड़ता था. वहीं पैसा भी जिसकी खतौनी होती थी उसी के बैंक खाते में आता था. इससे किसान को कभी-कभी काफी ज्यादा समस्या का सामना करना पड़ता था. हालांकि यह नियम लागू हो जाने से बटाई पर खेती करने वाले किसानों के लिए काफी फायदा होगा और उनको फालतू की भागदौड़ नहीं करनी पड़ेगी.

इस बार की खरीद में नई चीज यह है कि बटाई पर खेती करने वाले और धान कॉन्ट्रैक्ट पर खेती करने वाले किसानों की खरीद की व्यवस्था की गई है, जिसके तहत बटाई पर खेती करने वाला किसान 100 क्विंटल तक क्रय केंद्रों पर जाकर बिक्री कर पाएगा और यह पैसा सीधा बटाई पर खेती करने वाले किसान के खाते में आएगा.
-देवेंद्र प्रताप सिंह, जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी

सोनभद्र: उत्तर प्रदेश सरकार ने बटाई और कांट्रैक्ट पर खेती करने वाले किसानों के लिए एक बड़ा तोहफा दिया है. अभी तक बटाई पर खेती करने वाले किसान डायरेक्ट धान क्रय केंद्रों पर जाकर नहीं बेच पाते थे और जो धान बेचते थे. उसका पैसा जिसका खेत होता था उसके खाते में आता था, जिससे किसानों को काफी ज्यादा समस्याएं होती थी. वहीं इस योजना के लागू होने से बटाई पर खेती करने वाले किसानों का काफी फायदा होगा.

अब 100 क्विंटल तक की उपज डायरेक्ट बेच पाएंगे
बटाई और कांट्रैक्ट पर खेती करने वाले किसान अब 100 क्विंटल तक की उपज डायरेक्ट बेच पाएंगे, लेकिन इसके लिए बटाई पर खेती करने वाले किसानों के लिए कुछ शर्तें रखी गई हैं. इसके तहत बटाई पर खेती करने वाले किसान और जिसका खेत होगा वह एक ही गांव के होंगे. साथ में सरकार की तरफ से किसानों के लिए एक प्रोफार्मा बनाया गया है, जिसमें जिसका खेत होगा और खेती करने वाले किसान को उसको भरना होगा.

जानकारी देते जिला एवं खाद्य विपणन अधिकारी.

गांव का लेखपाल करेगा सत्यापन
उसके बाद उस गांव का लेखपाल इसको सत्यापन करेगा, जिसके बाद किसान अपना बैंक डिटेल और उस प्रोफार्मा को लगाकर रजिस्ट्रेशन करवाएगा. किसान सीधा धान क्रय केंद्र पर जाकर अपना धान बेच पाएगा और बटाई पर खेती करने वाले किसान के खाते में सीधा पैसा सरकारी खाते से आ जाएगा.

पहली बार लागू हुआ नियम
दरअसल पहली बार यूपी सरकार ने बटाई पर खेती करने वाले किसानों के लिए यह नियम लागू किया है. इसके पहले जो किसान बटाई पर खेती करते थे उनको अपने धान बेचने के लिए बिचौलियों की मदद लेनी पड़ती थी. नहीं तो जिस की खेती होती थी उसी की खतौनी पर ध्यान बेचना पड़ता था.

ये भी पढ़ें- सोनभद्र: यूपी सरकार की आसान किश्त योजना, 4 किलोवाट तक के उपभोक्ताओं को मिलेगा लाभ

सीधे खाते में आएंगे पैसे
इसकी वजह से उनको बार-बार चक्कर लगाना पड़ता था. वहीं पैसा भी जिसकी खतौनी होती थी उसी के बैंक खाते में आता था. इससे किसान को कभी-कभी काफी ज्यादा समस्या का सामना करना पड़ता था. हालांकि यह नियम लागू हो जाने से बटाई पर खेती करने वाले किसानों के लिए काफी फायदा होगा और उनको फालतू की भागदौड़ नहीं करनी पड़ेगी.

इस बार की खरीद में नई चीज यह है कि बटाई पर खेती करने वाले और धान कॉन्ट्रैक्ट पर खेती करने वाले किसानों की खरीद की व्यवस्था की गई है, जिसके तहत बटाई पर खेती करने वाला किसान 100 क्विंटल तक क्रय केंद्रों पर जाकर बिक्री कर पाएगा और यह पैसा सीधा बटाई पर खेती करने वाले किसान के खाते में आएगा.
-देवेंद्र प्रताप सिंह, जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी

Intro:anchor... उत्तर प्रदेश सरकार ने बटाई और कांट्रैक्ट पर खेती करने वाले किसानों के लिए एक बड़ा तोहफा दिया है दरअसल अभी तक बटाई पर खेती करने वाले किसान डायरेक्ट धान क्रय केंद्रों पर जाकर नहीं बेच पाते थे और जो धान बेचते थे उसका पैसा जिसका खेत होता था उसके खाते में आता था जिससे किसानों को काफी ज्यादा समस्याएं होती थी वही इस योजना के लागू होने से बटाई पर खेती करने वाले किसानों का काफी फायदा होगा


Body:vo. बटाई पर और कांट्रैक्ट पर खेती करने वाले किसान अब 100 कुंटल तक की उपज डायरेक्ट बेच पाएंगे लेकिन इसके लिए बटाई पर खेती करने वाले किसानों के लिए कुछ शर्तें रखी गई है जिसके तहत बटाई पर खेती करने वाले किसान और जिसका खेत होगा वह एक ही गांव के होंगे साथ में सरकार की तरफ से किसानो के लिए एक प्रोफार्मा बनाया गया है जिसमें जिसकी खेत होगा और खेती करने वाले किसान को उसको भरना होगा और उसके बाद उस गांव का लेखपाल इसको सत्यापन करेगा जिसके बाद किसान अपना बैंक डिटेल और उस प्रोफार्मा को लगाकर रजिस्ट्रेशन करवाएगा और सीधा धान क्रय केंद्र पर जाकर अपना धान बेच पाएगा और बटाई पर खेती करने वाले किसान के खाते में सीधा पैसा सरकारी खाते से आ जाएगा

vo.. दरअसल पहली बार यूपी सरकार ने बटाई पर खेती करने वाले किसानों के लिए यह नियम लागू किया है इसके पहले जो किसान बटाई पर खेती करते थे उनको अपने धान बेचने के लिए बिचौलियों की मदद लेनी पड़ती थी नहीं तो जिस की खेती होती थी उसी की खतौनी पर ध्यान बेचना पड़ता था जिसकी वजह से उसको बार-बार चक्कर लगाना पड़ता था वही पैसा भी जिसकी खतौनी होती थी उसी के बैंक खाते में आता था इससे किसान को कभी-कभी काफी ज्यादा समस्या का सामना करना पड़ता था हालांकि यह नियम लागू हो जाने से बटाई पर खेती करने वाले किसानों के लिए काफी फायदा होगा और उनको फालतू की भागदौड़ नहीं करनी पड़ेगी


Conclusion:vo.. इस संबंध में जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी का कहना है कि इस बार की खरीद में नई चीज यह है कि बटाई पर खेती करने वाले और कान कांट्रैक्ट पर खेती करने वाले किसानों की खरीद की व्यवस्था की गई है जिसके तहत बटाई पर खेती करने वाला किसान 100 कुंटल तक क्रय केंद्रों पर जाकर बिक्री कर पाएगा और यह पैसा सीधा बटाई पर खेती करने वाले किसान के खाते में आएगा हालांकि इसके लिए एक प्रोफार्मा बनाया गया है जिसको संबंधित गांव का लेखपाल सत्यापित करेगा उसी आधार पर किसानों की धान खरीद की जाएगी

byte देवेंद्र प्रताप सिंह जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी सोनभद्र
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST
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