सोनभद्र: जनपद में शौचालय निर्माण में भ्रष्टाचार रोकने के लिए जिला प्रशासन ने हर शौचालय के लिए कोडिंग सिस्टम लागू किया है. इससे शौचालय निर्माण में भ्रष्टाचार रोकना संभव होगा. साथ ही लाभार्थियों को भी शत-प्रतिशत शौचालयों की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगी. जिला पंचायत राज अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि विभिन्न योजनाओं के तहत बने शौचालयों की ओवरलैपिंग रोकने के लिए जिलाधिकारी की तरफ से यह योजना लागू की गई है. पूरे प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे देश में यह योजना लागू करने वाला सोनभद्र प्रथम जिला है.
अभी तक गांव में ग्राम प्रधान और ग्राम सचिव की मिलीभगत से कागजों पर शौचालय निर्माण दिखाकर घोटाला किया जाता रहा है. सत्यापन के दौरान भी यह स्पष्ट नहीं हो पाता है कि शौचालय किस योजना के तहत बने हैं. इससे पात्र लोगों को शौचालय नहीं मिल पाता और शौचालय के लिए लोग विभाग के चक्कर लगाते ही रह जाते हैं. इसी समस्या के समाधान के लिए जिलाधिकारी ने हर शौचालय पर अलग योजना से बने अलग-अलग कोड डालने के निर्देश दिए हैं.
जिला पंचायत राज अधिकारी धनंजय जायसवाल ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन योजना से बने शौचालय काले रंग के, LOB योजना से बने शौचालय नीले रंग के, LOB2 योजना से बने शौचालय लाल रंग के और NOLB योजना से बने शौचालय हरे रंग के होंगे. इससे अलग-अलग योजना से बने शौचालय स्पष्ट रूप से दिखाई देंगे और इन पर अलग-अलग कोड भी पड़े रहेंगे. इससे शौचालय निर्माण में होने वाले घोटाले को रोका जा सकेगा.
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जिला पंचायती राज अधिकारी ने बताया कि यह पूरे प्रदेश में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में सबसे पहले सोनभद्र में भ्रष्टाचार रोकने के लिए जिलाधिकारी द्वारा लागू की गई योजना है. इससे शौचालय निर्माण में होने वाले घोटालों को रोका जा सकेगा.