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सोनभद्र: फुट क्लब अभियान से संभव होगा इलाज, दौड़ेंगे दिव्यांग नौनिहाल - treatment of children with crooked legs

विकलांगता का दंश झेल रहे बच्चों के लिए फुट क्लब अभियान की शुरुआत की गई है. इस चिकित्सा पद्दति में जन्म से लेकर दो साल के बच्चों के पैर का ऑपरेशन कर प्लास्टर चढ़ाया जाता है, जिससे उनके पैर की विकृति दूर हो जाती है और वह सामान्य बच्चों के साथ कदमताल कर सकते हैं.

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सीटीईवी से ग्रसित बच्चों को मिलेगी राहत.
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Published : Jan 4, 2020, 4:07 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST

सोनभद्र: जन्मजात टेढ़े-मेढ़े पैर वाले बच्चों के इलाज की सुविधा अब जिला संयुक्त चिकित्सालय में भी उपलब्ध हो गई है. इस चिकित्सा पद्दति में जन्म से लेकर दो साल तक के बच्चों को शामिल किया गया है. इसके लिए फुट क्लब अभियान भी चलााया जा रहा है. इस नई शुरूआत से अब टेढ़े-मेढ़े पैर वाले बच्चों को इलाज के लिए हॉयर सेंटर नहीं जाना पड़ेगा और मामूली खर्च पर उनका यहीं इलाज हो सकेगा.

सीटीईवी से ग्रसित बच्चों को मिलेगी राहत.

सीटीईवी से ग्रसित बच्चों को मिलेगी राहत

जन्म से टेढ़े-मेढ़े पैर वाले बच्चे सीटीईवी (कानमेंटल टेलियंस इक्वीनों वायरस) से ग्रसित होते है. इसके चलते ही पैर टेढ़े-मेढ़े हो जाते है और बच्चे अपने पैरों पर चल नहीं पाते हैं. इसलिए अब जिला संयुक्त चिकित्सालय में बकायदा इनका ऑपरेशन कर इस विकृति को दूर करने के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं.

ऑपरेशन के बाद प्लास्टर
डॉक्टरों के मुताबिक बच्चों के पैर में ऑपरेशन के बाद प्लास्टर कर किया जाता है, जिससे तीन से चार सप्ताह में बच्चे के पैर सीधे हो जाते हैं और वह ठीक होकर अपने पैरों पर सीधा चलने लगता है.

फुट क्लब एक जन्मजात पैर की तकलीफ है. 2 साल तक के बच्चों का इलाज जिला अस्पताल में हो रहा है. हर शनिवार को खासकर इसका स्पेशली इलाज होता है. अभी तक 14 बच्चों का रजिस्ट्रेशन किया जा चुका है.

डॉ. पीबी गौतम,सीएमओ, जिला संयुक्त चिकित्सालय

सोनभद्र: जन्मजात टेढ़े-मेढ़े पैर वाले बच्चों के इलाज की सुविधा अब जिला संयुक्त चिकित्सालय में भी उपलब्ध हो गई है. इस चिकित्सा पद्दति में जन्म से लेकर दो साल तक के बच्चों को शामिल किया गया है. इसके लिए फुट क्लब अभियान भी चलााया जा रहा है. इस नई शुरूआत से अब टेढ़े-मेढ़े पैर वाले बच्चों को इलाज के लिए हॉयर सेंटर नहीं जाना पड़ेगा और मामूली खर्च पर उनका यहीं इलाज हो सकेगा.

सीटीईवी से ग्रसित बच्चों को मिलेगी राहत.

सीटीईवी से ग्रसित बच्चों को मिलेगी राहत

जन्म से टेढ़े-मेढ़े पैर वाले बच्चे सीटीईवी (कानमेंटल टेलियंस इक्वीनों वायरस) से ग्रसित होते है. इसके चलते ही पैर टेढ़े-मेढ़े हो जाते है और बच्चे अपने पैरों पर चल नहीं पाते हैं. इसलिए अब जिला संयुक्त चिकित्सालय में बकायदा इनका ऑपरेशन कर इस विकृति को दूर करने के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं.

ऑपरेशन के बाद प्लास्टर
डॉक्टरों के मुताबिक बच्चों के पैर में ऑपरेशन के बाद प्लास्टर कर किया जाता है, जिससे तीन से चार सप्ताह में बच्चे के पैर सीधे हो जाते हैं और वह ठीक होकर अपने पैरों पर सीधा चलने लगता है.

फुट क्लब एक जन्मजात पैर की तकलीफ है. 2 साल तक के बच्चों का इलाज जिला अस्पताल में हो रहा है. हर शनिवार को खासकर इसका स्पेशली इलाज होता है. अभी तक 14 बच्चों का रजिस्ट्रेशन किया जा चुका है.

डॉ. पीबी गौतम,सीएमओ, जिला संयुक्त चिकित्सालय

Intro:anchor.. सोनभद्र के जिला संयुक्त चिकित्सालय में 0 से 2 साल के बच्चे जिनका पैर टेढ़ा-मेढा हो गया है उनका विशेष इलाज किया जा रहा है दरअसल ऐसे बच्चे जिनके पैरों में जन्म के समय से ही कोई विकृतियां आ जाती हैं अगर इनका इलाज तत्काल नहीं कराया जाता तो बड़े होने पर विकृतियां बनी रहती है कई बार इलाज के बाद भी विकृतियां बनी रहती है इसी को ध्यान में रखते हुए जिला चिकित्सालय में 13 पैर वाले बच्चों का ठीक करने के लिए फुट क्लब का अभियान चलाया गया है जिससे ऐसे बच्चों के पैरों को ठीक किया जा सके..


Body:vo.. विकलांगता का दंश झेल रहे हैं मजाक बच्चों का इलाज जिला अस्पताल में मुफ्त में किया जा रहा है ऐसे बच्चों को छह से 7 सप्ताह तक फुट क्लब क्लीनिक में आकर उपचार करवाना पड़ता है बच्चों के पैर टेढ़े मेढ़े हो या फिर अंदर की ओर घूमे हो पैरों के पंजों में चलने में दिक्कत होने पर इलाज किया जाता है 3 से 4 सप्ताह में बच्चे के पैर सीधे हो जाते हैं और हर सप्ताह में उनका पुराना प्लास्टर किया जाता है जिससे उनका पैर सीधा हो सके इसलिये बच्चों को मुफ्त में जूता उपलब्ध कराया जाता है इन जूतों को 3 महीने तक पहनना आवश्यक होता है जिसके बाद उनके पैर ठीक हो जाते हैं और वह अच्छी तरीके से ठीक होकर अपने पैरों पर सीधा चलने लगते हैं हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि अगर परिवार वाले लापरवाही इलाज के दौरान करेंगे तो दिक्कतें आती हैं और पैर की विकृतियां आसानी से दूर नहीं हो पाती है वही जो लोग समय से इसका इलाज कराते हैं उनके बच्चों के पैर आसानी से ठीक हो जाते हैं


Conclusion:vo.. फुट क्लब एक जन्मजात पैर की तकलीफ है 0 से 2 साल के बच्चों का इलाज जिला अस्पताल में हो रहा है हर शनिवार को खासकर इसका स्पेशली राज होता है अभी तक 14 बच्चों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है byte.. डॉ पीबी गौतम मुख्य चिकित्सा अधीक्षक जिला संयुक्त चिकित्सालय सोनभद्र प्रदीप कुमार सोनभद्र 8770745085
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST
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