सोनभद्र: वैश्विक महामारी कोविड-19 की वजह से सभी लोग परेशान हैं. कोविड-19 का असर जिले के एआरटीओ कार्यालय में भी देखने को मिल रहा है, जिसकी वजह से करोड़ों रुपये का नुकसान हो रहा है. कोरोना से पहले काउंटर पर ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने वाले, गाड़ियों का पंजीयन कराने वालों सहित अन्य कार्य के लिए लाइनें लगी दिखाई देती थी, लेकिन कोविड-19 का असर ऐसा हुआ कि काउंटर सूने पड़ गए.
कोरोना के चलते परिवहन विभाग को करोड़ों रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ. गत वर्ष अप्रैल से लेकर जुलाई 4 माह में 26 करोड़ 45 लाख का राजस्व प्राप्त हुआ था. वहीं इस वर्ष इन 4 माह में 14 करोड़ 57 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ. कुल मिलाकर कोरोना आने के बाद पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 45% राजस्व का नुकसान हुआ.
वहीं, पिछले वर्ष अप्रैल से लेकर जुलाई तक कुल 41,375 ड्राइविंग लाइसेंस जारी किए गए, जिसमें नए ड्राइविंग लाइसेंस, ड्राइविंग लाइसेंस का रिनुअल नाम में बदलाव शामिल रहा, जिसमें कुल मिलाकर एक करोड़ 9 लाख 74 हजार 897 रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ. वहीं इस वर्ष कुल मिलाकर 16,546 लाइसेंस जारी हुए, जिससे 41 लाख 11 हजार 370 रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ. पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष 24,829 ड्राइविंग लाइसेंस कम जारी हुए, जिससे 68 लाख 63 हजार 527 रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ.
वहीं उप संभागीय परिवहन अधिकारी अनिल कुमार मिश्रा ने बताया कि जहां तक राजस्व का मामला है. गत वर्ष वित्तीय वर्ष के शुरुआती 4 महीनों में जो राजस्व प्राप्त हुआ था. उसके सापेक्ष इस वर्ष वित्तीय वर्ष में सकल राजस्व लगभग 45% कम प्राप्त हुआ है. इन 4 महीनों में डीएल का कार्य 50% कम हुआ है. डीएल और पंजीयन में 50% कमी आई है.