सोनभद्र: जिले में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉक्टर गोरखनाथ पटेल ने गुरुवार को घोरावल विकासखंड के लगभग करीब 12 विद्यालयों का निरीक्षण किया. इस दौरान सात अध्यापक, तीन अनुदेशक और एक शिक्षामित्र सहित 11 लोग गायब मिले.
जनपद के कुल 2458 प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय में कोरोना के खतरे के मद्देनजर बच्चों के आने पर रोक लगाई गई है. अनुपस्थित पाए गए कर्मचारियों के वेतन पर रोक लगाई गई है. वहीं एक अध्यापिका को निलंबित कर दिया गया है.
इनके खिलाफ हुई कार्रवाई
निरीक्षण के दौरान प्राथमिक विद्यालय बकौली कि सहायक टीचर सुनीता यादव, आकांक्षा यादव और शिक्षामित्र शब्या, प्राथमिक विद्यालय भैरवा मैं तैनात सहायक अध्यापिका नीतू सिंह और श्वेता मिश्रा. उच्च प्राथमिक विद्यालय में तैनात सहायक अध्यापक संजय कुमार सिंह अनुदेशक श्याम कुमार, आरती मौर्या, प्रियंका पांडेय. प्राथमिक विद्यालय मुसरधार में तैनात सहायक टीचर एकता बिना बताए अनुपस्थित पाई गईं.
बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सभी लोगों का वेतन रोकते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया है. निरीक्षण के दौरान प्राथमिक विद्यालय सोतिल में तैनात सहायक अध्यापिका मनीषा गुप्ता बिना बताए अगस्त माह के दौरान अनुपस्थिति रही. इस पर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सहायक अध्यापक मनीषा गुप्ता को निलंबित करते हुए उनके खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी किया है.
बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि शिकायत मिली थी कि कई विद्यालय में टीचर नहीं पहुंच रहे हैं, जिसके चलते विद्यालयों का निरीक्षण किया गया. इस दौरान जो अध्यापक या कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए उनका इस महीने का वेतन रोक दिया गया है. वहीं प्राथमिक विद्यालय सोतिल में तैनात सहायक अध्यापिका मनीषा गुप्ता पूरे अगस्त माह से गायब हैं. इनको निलंबित करते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.