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सोनभद्र: ग्राम प्रधान के खिलाफ 12 सदस्यों ने सीडीओ को शपथ पत्र के साथ दिया इस्तीफा - सोनभद्र डीएम

यूपी के सोनभद्र में गुरुवार को कोटा ग्राम पंचायत के 15 वार्ड सदस्यों में से 12 सदस्यों ने ग्राम प्रधान पर अनियमितता का आरोप लगाते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया. ग्राम प्रधान पर पहले भी गबन का आरोप लगा था. जिसमे आरोप सिद्ध होने पर त्रिस्तरीय समिति ग्राम पंचायत का कार्य करने के लिए गठित की गई थी.

12 वार्ड सदस्यों ने दिया इस्तीफा.
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Published : Aug 2, 2019, 11:09 AM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST

सोनभद्र: जनपद के चोपन विकासखंड अंतर्गत कोटा ग्राम पंचायत के 15 वार्ड सदस्यों में से 12 सदस्यों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. वार्ड सदस्यों ने ग्राम प्रधान पर अनियमितता का आरोप लगाते हुए मुख्य विकास अधिकारी को इस्तीफा सौंपा. इस्तीफा देने वाले सदस्यों का कहना था कि ग्राम प्रधान द्वारा किसी भी कार्य की जानकारी नहीं दी जाती है. सदस्यों द्वारा जब किसी कार्य का प्रस्ताव दिया जाता है, तो उस पर कोई सुनवाई नहीं होती है. हमारी बातों को सुना ही नहीं जा जाता है. इसलिए इस्तीफा दे दिया है.

12 वार्ड सदस्यों ने दिया इस्तीफा.


जानें पूरा मामला

  • मामला चोपन विकासखंड अंतर्गत कोटा ग्राम पंचायत का है.
  • जहां 15 वार्ड सदस्यों में से 12 सदस्यों ने ग्राम प्रधान पर अनियमितता का आरोप लगाते हुए बृहस्पतिवार को इस्तीफा मुख्य विकास अधिकारी को सौंप दिया.
  • बृहस्पतिवार को कोटा ग्राम पंचायत के 12 से अधिक सदस्य अपने समर्थकों के साथ जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे.
  • वे जिलाधिकारी को अपना इस्तीफा देना चाहते थे.
  • लेकिन जिलाधिकारी द्वारा मुख्य विकास अधिकारी के समक्ष इस्तीफा और शपथ पत्र देने को कहा गया.
  • जिसके बाद सभी लोगों ने मुख्य विकास अधिकारी को सपथ पत्र के साथ अपना इस्तीफा सौंप दिया.
  • कोटा ग्राम प्रधान पर यह पहला आरोप नहीं है, इसके पूर्व में भी गबन का आरोप लगाया गया था.
  • जिसमें आरोप सिद्ध होने पर त्रिस्तरीय समिति ग्राम पंचायत का कार्य करने के लिए गठित की गई थी.

सोनभद्र: जनपद के चोपन विकासखंड अंतर्गत कोटा ग्राम पंचायत के 15 वार्ड सदस्यों में से 12 सदस्यों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. वार्ड सदस्यों ने ग्राम प्रधान पर अनियमितता का आरोप लगाते हुए मुख्य विकास अधिकारी को इस्तीफा सौंपा. इस्तीफा देने वाले सदस्यों का कहना था कि ग्राम प्रधान द्वारा किसी भी कार्य की जानकारी नहीं दी जाती है. सदस्यों द्वारा जब किसी कार्य का प्रस्ताव दिया जाता है, तो उस पर कोई सुनवाई नहीं होती है. हमारी बातों को सुना ही नहीं जा जाता है. इसलिए इस्तीफा दे दिया है.

12 वार्ड सदस्यों ने दिया इस्तीफा.


जानें पूरा मामला

  • मामला चोपन विकासखंड अंतर्गत कोटा ग्राम पंचायत का है.
  • जहां 15 वार्ड सदस्यों में से 12 सदस्यों ने ग्राम प्रधान पर अनियमितता का आरोप लगाते हुए बृहस्पतिवार को इस्तीफा मुख्य विकास अधिकारी को सौंप दिया.
  • बृहस्पतिवार को कोटा ग्राम पंचायत के 12 से अधिक सदस्य अपने समर्थकों के साथ जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे.
  • वे जिलाधिकारी को अपना इस्तीफा देना चाहते थे.
  • लेकिन जिलाधिकारी द्वारा मुख्य विकास अधिकारी के समक्ष इस्तीफा और शपथ पत्र देने को कहा गया.
  • जिसके बाद सभी लोगों ने मुख्य विकास अधिकारी को सपथ पत्र के साथ अपना इस्तीफा सौंप दिया.
  • कोटा ग्राम प्रधान पर यह पहला आरोप नहीं है, इसके पूर्व में भी गबन का आरोप लगाया गया था.
  • जिसमें आरोप सिद्ध होने पर त्रिस्तरीय समिति ग्राम पंचायत का कार्य करने के लिए गठित की गई थी.
Intro:Anchor- सोनभद्र के चोपन विकासखंड अंतर्गत कोटा ग्राम पंचायत के 15 वार्ड सदस्यों में से 12 सदस्यों ने ग्राम प्रधान पर अनियमितता का आरोप लगाते हुए अपने पद से इस्तीफा मुख्य विकास अधिकारी को सौप दिया। इस दौरान इस्तीफा देने वाले सदस्यों का कहना था कि ग्राम प्रधान द्वारा किसी भी कार्य की जानकारी नहीं दिया जाता है ,इसके साथ ही आज तक खुली बैठक नहीं कराई गई। सदस्यों द्वारा जब किसी कार्य का प्रस्ताव दिया जाता है, तो उस पर कोई सुनवाई नहीं होती है ।जब हमारी बातों को सुना ही नहीं जा जाता है तो जनता कोई कार्य कराने के लिए कहे ,इसलिए इस्तीफा दे दिया है।


Body:Vo1- चोपन विकासखंड अंतर्गत कोटा ग्राम पंचायत के 15 वार्ड सदस्यों में से 12 सदस्यों ने ग्राम प्रधान पर अनियमितता का आरोप लगाते हुए वृहस्पतिवार को अपने पद से इस्तीफा मुख्य विकास अधिकारी को सौप दिया। आज कोटा ग्राम पंचायत के एक दर्जन से अधिक सदस्य अपने समर्थकों के साथ जिला कलेक्ट्रेट पहुचे और जिलाधिकारी को अपना इस्तीफा देना चाहा।लेकिन जिलाधिकारी द्वारा मुख्य विकास अधिकारी के समक्ष इस्तीफा व सपथ पत्र देने को कहा गया।जिसके बाद सभी लोग मुख्यविकास अधिकारी को सपथ पत्र के साथ अपना स्तीफा सौप दिया। बताते चले कि कोटा ग्राम प्रधान पर यह पहला आरोप नही है8 इसके पूर्व भी गवन का आरोप लगाया गया था जिसमे आरोप सिद्ध होने पर त्रिस्तरीय समिति ग्राम पंचायत का कार्य करने के लिए गठित की गई थी।लेकिन ग्राम प्रधान अपने रसूक के बल पर पुनः बहाल होकर आया और फिर उसी भ्रष्टाचार के दलदल में घुस गया।


Conclusion:Vo2-इस दौरान इस्तीफा देने वाले सदस्यों का कहना था कि ग्राम प्रधान द्वारा किसी भी कार्य की जानकारी नहीं दिया जाता है ,इसके साथ ही आज तक खुली बैठक नहीं कराई गई। सदस्यों द्वारा जब किसी कार्य का प्रस्ताव दिया जाता है, तो उस पर कोई सुनवाई नहीं होती है ।जब हमारी बातों को सुना ही नहीं जा जाता है तो जनता कोई कार्य कराने के लिए कहे ,इसलिए इस्तीफा दे दिया है। Byte-मल्का निशा(ग्रामसभा सदस्य,कोटा) Byte-कमलेश(ग्रामसभा,सदस्य कोटा) चन्द्रकान्त मिश्रा सोनभद्र मो0 9450323031
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST
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